बागपत में फसल अवशेष नहीं जलाने पड़ेंगे, वेस्ट डी कंपोजर से गलाकर खाद के रूप में होंगे प्रयोग

admin

बागपत में फसल अवशेष नहीं जलाने पड़ेंगे, वेस्ट डी कंपोजर से गलाकर खाद के रूप में होंगे प्रयोग



आशीष त्यागी/ बागपत. जनपद बागपत के 16 लाख लोगों व किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब जनपद के लोगों का प्रदूषित हवा में दम नहीं घुटेगा. बागपत के 20 हजार किसानों को वेस्ट डी कंपोजर मुफ्त मिलेगा. कृषि विभाग ने वेस्ट डी कंपोजर खरीद को टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है. वेस्ट डी कंपोजर प्रयोग से न केवल पुआल जलने पर रोक लगने से हवा की गुणवत्ता खराब होने से बचेगी, बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ने से फसल उत्पादन भी बढ़ेगा.

बागपत में दस हजार हेक्टेयर जमीन पर धान की फसल पकने के कगार पर है. चंद दिन बाद धान की कटाई शुरू होगी. इसलिए कृषि विभाग ने पर्यावरण को बचाने की कवायद तेज कर दी. पुआल जलाने से रोकने को 20 हजार किसानों को मुफ्त में वेस्ट डी कंपोजर के कैप्सूल या शीशी दी जाएगी.

वेस्ट डी कंपोजर खरीदने को टेंडर प्रक्रिया शुरू

उप जिला कृषि अधिकारी अंकुर सिंह ने बताया कि वेस्ट डी कंपोजर खरीदने को टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है. किसान धान की पुआल तथा गन्ना पत्ती या अन्य फसल अवशेष की खेतों में ट्रैक्टर हैरो से कटाई के बाद उस पर वेस्टडी कंपोजर से तैयार पानी घोल का छिड़काव करेंगे. दो सप्ताह के अंदर फसल अवशेष गल सड़कर जमीन में मिल जाएगा जो खाद का काम करेगी. इसके उपरांत किसान गेहूं या अन्य फसल बुआई करेंगे. पुआल तथा अन्य फसल अवशेष जलाने पर रोक लगने से वायु प्रदूषण की समस्या नहीं गहराएगी.

कैसे काम करता है वेस्ट डी कंपोजर

वेस्ट डी कंपोजर से बुआई से पहले बीज उपचारित, जैविक खाद या जैविक कीटनाशक बनाने का काम कर सकते हैं. जमीन में जीवाणुओं की संख्या बढ़ेगी. मित्र कीट की मौत नहीं होगी. बागपत की 16 लाख आबादी को सांस लेने को स्वच्छ हवा मिलेगी, क्योंकि पुआल या फसल अवशेष नहीं जलेंगे तो फिर एयर क्वालिटी इंडेक्स आउट आफ कंट्रोल नहीं होगा.
.Tags: Baghpat news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 23:14 IST



Source link