बाघ, तेंदुए और सियार के बाद यूपी के इस जिले में हाथियों का तांडव, कब थमेगा जानवरों का आतंक?

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बाघ, तेंदुए और सियार के बाद यूपी के इस जिले में हाथियों का तांडव, कब थमेगा जानवरों का आतंक?

पीलीभीत. उत्तर प्रदेश में इन दिनों जंगली जानवरो का आतंक देखने को मिल रहा है. अगर पीलीभीत की बात करें तो यहां बाघ, तेंदुए और सियार के हमले तो देखे जा रहे थे तो वहीं इसी बीच पूरनपुर इलाके में हाथियों ने दस्तक दे दी है. हाथियों के झुंड ने तमाम किसानों की फसलों को रौंद दिया है.

यूपी का पीलीभीत, बहराइच समेत तमाम अन्य जिलों की ही तरह मानव-वन्यजीव संघर्ष की चपेट में है. जहां एक तरफ तमाम इलाकों के ग्रामीण बाघ, तेंदुए, भेड़िया की चहलकदमी के साथ ही साथ सियार के हमले से जूझ रहे हैं तो वहीं अब पीलीभीत के पिपरा मुजप्ता गांव में हाथियों के झुंड ने दस्तक दे दी है. जंगल से गांव में घुसे हाथियों ने किसानों की फसलों को रौंद दिया है जिसको लेकर किसानों में ख़ासा आक्रोश देखा जा रहा है.

हाथी कॉरिडोर पर कब्जा पड़ रहा भारीयह पहला मौका नहीं है कि पीलीभीत में जंगली हाथियों का कहर देखने को मिल रहा हो. बीते सालों में भी हर वर्ष एक निश्चित समय सीमा के दौरान हाथ ही अपने कॉरिडोर का इस्तेमाल करते हुए मूवमेंट करते हैं. वहीं बीते दशकों में हाथियों के परंपरागत कॉरिडोर पर इंसानी कब्ज़ा और दख़ल बढ़ गया है ऐसे में हाथी अपने कॉरिडोर के आगे आने वाली किसी भी चीज़ को नजरअंदाज करते हुए मूवमेंट करते हैं.

हाथियों का परंपरागत कॉरिडोर पीलीभीत-लखीमपुरपूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जिस इलाके में हाथियों की चहलकदमी देखी जा रही है वह पीलीभीत-लखीमपुर सीमा पर स्थित है. वहीं यह इलाका हाथियों का परंपरागत कॉरिडोर भी है. मौक़े पर टीम को तैनात कर दिया गया है.
Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News Hindi, Wild animalsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 20:18 IST

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