Last Updated:March 16, 2025, 22:57 ISTPilibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में अक्सर जंगल से निकले बाघ आबादी के नजदीक पहुंच जाते हैं. इससे जुड़ा एक वीडियो आया है. X
बाघ के पीछे दौड़ते ग्रामीण.पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में अक्सर जंगल से निकले बाघ आबादी के नजदीक पहुंच जाते हैं. इंसानों से इनका आमना-सामना होने पर खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो जाती हैं. इससे जुड़ा एक ताजा वीडियो सामने आया है. वीडियो में बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए ग्रामीण बाघ को लाठी डंडा लेकर दौड़ाते नजर आ रहे हैं.
हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी और शारदा की तराई में बसे जंगलों को तराई आर्कलैंड कहा जाता है. जैवविविधता के लिहाज से इस क्षेत्र को काफी संपन्न माना जाता है. यहां का प्रमुख आकर्षण तराई के भारी भरकम बंगाल टाइगर्स हैं. इनके दीदार के लिए हजारों सैलानी पीलीभीत टाइगर रिजर्व आते हैं. यहां बाघों की आबादी का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जो जंगल को छोड़ जंगल से सटे इलाकों में अपना आशियाना बना लेते हैं. इन बाघों को सुगरकेन टाइगर्स के नाम से जाना जाता है. इनके आंकड़ों की बात करें तो वर्तमान में इनकी संख्या तकरीबन दर्जन भर से अधिक बताई जाती है.
इन बाघों का आमना-सामना कई बार इंसानों से हो जाता है. हाल ही में पीलीभीत शाहजहांपुर सीमा पर स्थित एक गांव का एक वीडियो सामने आया है जिसमें ग्रामीण हाथो में लाठी डंडे लेकर बाघ के पीछे दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं. गनीमत रही कि बाघ ग्रामीणों पर हमलावर नहीं हुआ. इससे हादसा होते-होते टला.
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत सामाजिक वानिकी डीएफओ भरत डीके ने बताया कि वीडियो से स्पष्ट नहीं सका है कि घटना किस क्षेत्र की है. वायरल वीडियो की जांच कराई जा रही है. जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर अग्रिम कारवाई की जाएगी. कार्रवाई के नाम पर अब ग्रामीणों में डर है.Location :Pilibhit,Uttar PradeshFirst Published :March 16, 2025, 22:57 ISThomeuttar-pradeshबाघ के साथ अपनी जान भी खतरे में डाला, अब पीलीभीत के लोगों को सता रहा यह डर