बड़े सपनों के साथ आकर बसे थे ग्रेटर नोएडा, अब अच्छे घरों के छोटे बच्चे भी सड़कों पर…

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धीरेन्द्र कुमार शुक्ला/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की लॉ रेजिडेंसिया सोसायटी के लोगों ने मूलभूत सुविधाऐं न मिलने पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सोसायटी के निवासियों ने सेल्स ऑफिस का घेराव कर नारेबाजी भी की. निवासियों ने आरोप लगाया कि उन्हें बिजली पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सोसायटी के लोगों का कहना है वह अपने बच्चों को पढ़ाने और उनके सपनों को पूरा करने लिए यहां बेहतर सुविधा की उम्मीद में आकर बसे थे लेकिन, अब पछता रहे हैं. लोगों का आरोप है कि यहां बच्चे मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं.बच्चों ने भी इस प्रदर्शन में लिया भागसोसायटी के छोटे-छोटे बच्चों ने हाथों में बैनर लेकर प्रदर्शन किया. बच्चों के बैनरो में लिखा था कि हम बच्चों का बचपन अंधकार में हैं. खेलने-कूदने की उम्र में सड़कों पर उतरकर हाहाकार कर रहे हैं. हम पढ़ाई करें या फिर अपनी सुविधाओं के लिए सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करें. नन्हे बच्चों के इन स्लोगन को देखकर अब लोग भी सवाल उठा रहे हैं. आखिरकार बिल्डर सुनवाई क्यों नहीं कर रहा है.निवासियों ने बिल्डर पर लगाए जमकर आरोपला रेजिडेंसिया सोसायटी के निवासियों ने लोकल 18 से बातचीत की. इस दौरान निवासियों ने बताया बिल्डर ने अपने सेल्स ऑफिस को पूरी तरह से बंद कर रखा है. हम अपनी मांगों को लेकर मूलभूत समस्याओं को लेकर शिकायत करने जाते हैं तो कोई सुनने वाला नहीं हैं और ना ही इसका कोई निदान निकाला जाता है. इस सोसाइटी में पानी बिजली की समस्या को लेकर सोसाइटी के लोग लगातार प्रदर्शन करते हैं लेकिन, दूर-दूर तक कोई सुनने वाला नहीं है.ये हैं समस्याएंसोसायटी के निवासियों ने बताया कि उनसे बड़े-बड़े वादे किए गए थे और बेहतरीन सुविधाएं देने की बात कही गई थी. यहां आने के बाद कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही और बिल्डर निवासियों से मेंटेनेंस चार्ज वसूलते हैं. मेंटेनेंस के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता. यहां के निवासी पानी बिजली की समस्या से बहुत परेशान हैं. बिल्डर के कार्यालय जाते है तो वहां पर कोई मिलता नहीं. बिल्डर से फोन पर बात करने की कोशिश करते हैं तो वह फोन नहीं उठाता.जब नहीं दे सकते सुविधा तो मेंटेनेंस करें वापससोसाइटी के निवासियों का कहना है कि अगर बिल्डर मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पा रहा है तो मेंटेनेंस चार्ज वापस कर दे. सभी लोगों का समय रोज प्रदर्शन करने में जा रहा है. लोगों को अपने काम से हफ्ते में 1 दिन का समय मिलता है और लोगों का वह दिन प्रदर्शन करने में चला जाता है. लोगों का कहना है कि घर परिवार के साथ बैठने उठने को तो लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं.इस पूरे मामले को लेकर बिल्डर से बातचीत करने का प्रयास किया गया लेकिन बिल्डर ने फोन का जवाब नहीं दिया.FIRST PUBLISHED : July 19, 2024, 16:34 IST

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