बाबर आजम ने छोड़ी कप्तानी, वजह जगजाहिर कर किया सरप्राइज, कहा- अब समय आ गया है..| Hindi News

admin

बाबर आजम ने छोड़ी कप्तानी, वजह जगजाहिर कर किया सरप्राइज, कहा- अब समय आ गया है..| Hindi News



Babar Azam Resigned: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से ही बाबर आजम की कप्तानी को लेकर भारी चर्चाएं देखने को मिली. पाकिस्तान टीम की बुरी हालत के बाद उन्हें काफी आलोचनाओं का शिकार भी होना पड़ा. लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद मसला ठंडा पड़ा ही था कि बाबर आजम के सोशल मीडिया पोस्ट ने खलबली मचा दी है. पोस्ट में उन्होंने अपने कप्तानी पद से इस्तीफा देने ऐलान किया है. 
क्या है वजह?
बाबर आजम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘मैंने पिछले महीने पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) और टीम प्रबंधन को दी गई अधिसूचना के अनुसार पाकिस्तान पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान के पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. इस टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात है, लेकिन अब मेरे लिए पद छोड़ने और अपनी खेल भूमिका पर ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है.’
(@babarazam258) October 1, 2024

ये भी पढ़ें.. क्या BCCI को तोड़नी पड़ेगी जिद? ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले रहाणे की प्रचंड फॉर्म, लाचार हुए गेंदबाज
गेम पर फोकस करेंगे बाबर आजम
बाबर ने लिखा, ‘मैं अपने प्रदर्शन को प्राथमिकता देना चाहता हूं, अपनी बल्लेबाजी का आनंद लेना चाहता हूं और अपने परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना चाहता हूं, जिससे मुझे खुशी मिलती है. पद छोड़ने से मुझे आगे बढ़ने में स्पष्टता मिलेगी और मैं अपने खेल और व्यक्तिगत विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करूंगा.’
कप्तानी बनी बोझ
बाबर ने आगे लिखा, ‘कप्तानी एक पुरस्कृत अनुभव रहा है, लेकिन इसने काम का बोझ भी बढ़ा दिया है. मैं अपने प्रदर्शन को प्राथमिकता देना चाहता हूं, अपनी बल्लेबाजी का आनंद लेना चाहता हूं. अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताना चाहता हूं, जिससे मुझे खुशी मिलती है. कप्तानी से हटने से मुझे आगे बढ़ने में स्पष्टता मिलेगी और मैं अपने खेल और व्यक्तिगत विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पाऊंगा. मैं आपके अटूट समर्थन और मुझ पर विश्वास के लिए आभारी हूं. आपका उत्साह मेरे लिए बहुत मायने रखता हैं. हमने साथ मिलकर जो हासिल किया है, उस पर मुझे गर्व है और एक खिलाड़ी के रूप में टीम में योगदान देना जारी रखने के लिए उत्साहित हूं. आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद.’



Source link