बहराइचः बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मुख्य आरोपी में से एक शिवा गौतम उर्फ शिव कुमार को यूपी एसटीएफ ने परसों नेपाल जाने वाली सड़क से गिरफ्तार कर लिया. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से शिवा गौतम फरार चल रहा था और उसने नेपाल में अपनी शरण ले रखी थी. मुम्बई पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम शिवा गौतम की तलाश में जुटी हुई थी. लेकिन शिवा गौतम को रविवार तक पकड़ने में नाकाम थी. क्योंकि हत्याकांड के बाद शातिर शिवा गौतम मुम्बई से झांसी होते हुए लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा और रुपईडीहा बार्डर क्रास करते हुए नेपाल पहुंच गया, जिसकी वजह से शिवा गौतम को STF पकड़ने में नाकाम रही.
दोस्तों से फोन कराकर शिवा को बॉर्डर पर बुलायाहत्याकांड में पकड़े गए धर्मराज कश्यप ने जब शिवा गौतम का नाम कबूला तब से यूपी एसटीएफ शिवा गौतम की तलाश में जुटी थी. लेकिन यह पकड़ में नही आ रहा था और ये पुलिस के लिए सरदर्द बना था. एसटीएफ ने शिवा गौतम को पकड़ने के लिए खास रणनीति बनाई. एसटीएफ ने शिवा गौतम के 4 दोस्तों को हिरासत में लिए, जिसमें ज्ञान प्रकाश बाजपेई, अखिलेन्द्र सिंह, अनुराग कश्यप और अनुराग श्रीवास्तव शामिल था. चूंकि दोस्त होने की वजह से शिवा गौतम और इनकी की बात होती रहती थी. यूपी एसटीएफ ने इनसे कहा की शिवा गौतम को फोन करो और बॉर्डर पर बुलाओ.
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सभी को पकड़ कर ले गई होटलदोस्तों ने फोन करके जैसे शिवा गौतम को बॉर्डर पार करके नानपारा की तरफ बुलाया. वैसे ही पहले से मौजूद एसटीएफ की टीम ने शिवा गौतम को गिरफ्तार कर लिया और नेपाल जाने वाली हाईवे पर मौजूद ड्रीम हाउस करके मौजूद होटल में ले गई और 3 घंटे पूछताछ की. बताया जा रहा है की होटल में ही सभी पांचों के कपड़े बदले गए और फिर टीम पांचों को लेकर गंडारा गांव लेकर गई, जहां के सभी रहने वाले थे. वहां सबूत इकट्ठा हुए. फिर सभी को नानपारा लेकर आई और लिखा पढ़ी के बाद लखनऊ रवाना हो गई.
शिवा को पता ही नहीं था कि मामला हाई प्रोफाइल है!शिवा गौतम पिछले 4 सालों से पुणे में रहकर भंगार खरीदने का काम करता था. इसकी दुकान के बगल में शुभम लोनकर की भी दुकान थी. शुभम लोनकर के माध्यम से शिवा लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में आया. शुभम लोनकर और शिवा गौतम ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची. अनमोल बिश्नोई ने हत्या करने के बाद 10 लाख रुपये देने की बात कही थी. लेकिन मामला हाईप्रोफाइल है ये बात शिवा गौतम को नहीं पता थी.
धर्मराज ने खोले थे शिवा के पोलबाबा सिद्दीकी की हत्या हुई उसी के बाद पुलिस एक्टिव हो गई और अपनी जान बचाने के लिए शिवा गौतम को नेपाल भागना पड़ा. लेकिन हत्या के बाद दूसरा शूटर और शिवा गौतम का साथी धर्मराज कश्यप मुम्बई पुलिस के हत्थे चढ़ा और उसने पुलिस की पूछताछ में पूरी बात पुलिस को बताई.
Tags: Bahraich newsFIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 14:05 IST