नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में अपराध के खिलाफ चले बुलडोजर का असर यह है कि अब सियासत में इसका इस्तेमाल एक दूसरे पर वार-पलटवार के लिए किया जाने लगा है. बुलडोजर धीरे-धीरे योगी सरकार का प्रदेश में अपराध को रोकने और उसके खिलाफ कड़े रवैये का प्रतीक बन गया है. यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बुलडोजर एक्शन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2027 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद सभी बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव नहीं रूके और एक कदम आगे बढ़ते हुए बुलडोजर एक्शन पर फिर से बीजेपी को नसीहत देने की कोशिश की. गोरखपुर का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव का साफ-साफ इशारा सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ था. क्योंकि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखनाथ पीठ के प्रमुख हैं. हालांकि अखिलेश यादव के इस बयान पर पलटवार पर करने में योगी आदित्यानाथ ने भी देर नहीं लगाई. अखिलेश के बयान पर इशारों-इशारों में हमला करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुलडोजर चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों की जरूरत होती है. सियासी बयानबाजी एक तरफ है, लेकिन योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर एक्शन का असर ऐसा है कि उत्तर प्रदेश का बुलडोजर मॉडल कई एनडीए शासित राज्यों को खूब पसंद आया.
एमेनेस्टी इंटरनेशनल की फरवरी 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2022 से जून 2023 के बीच दिल्ली, असम, गुजरात, मध्यप्रदेश और यूपी में सांप्रदायिक हिंसा के बाद 128 संपत्तियों को बुलडोजर से ढहा दिया गया. यही वजह रही कि बुलडोजर का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया. 2 सितम्बर 2024 को कई राज्यों में ‘बुलडोजर एक्शन’ पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी पर सुनवाई हुई. यह सुनवाई जमीयत उलमा-ए-हिंद की याचिका पर हुई, जिसमें जमीयत की तरफ से यह आरोप लगाया गया था कि बुलडोजर एक्शन मुस्लिमों को टारगेट करने के लिए किया जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने की योगी की तारीफसुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर गंभीर सवाल भी उठाए और कहा कि आरोपी होने के आधार पर किसी के घर को गिराना उचित नहीं है. लेकिन अपने इसी सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना भी कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार ने हलफनामा दायर किया है. इसमें सरकार ने कहा कि अचल संपत्तियों को सिर्फ कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही ध्वस्त किया जा सकता है. उत्तर प्रदेश की ओर से गृह विभाग के विशेष सचिव ने यह हलफनामा दायर किया है. हम उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा दायर हलफनामे में अपनाए गए रुख की सराहना करते हैं.
31 फीसदी ओबीसी और एससी/एसटी के घर गिराए इसके साथ ही एक सवाल जो बार-बार विपक्ष की तरफ से उठाया जाता रहा है कि बुलडोजर एक्शन में सिर्फ मुसलमानों को टारगेट किया जाता है लेकिन आंकड़े इसके उलट हैं. गैरसरकारी संगठन हाउसिंग एंड लैंड राइट्स नेटवर्क यानी HLRN की रिपोर्ट कहती है कि 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2023 के बीच डेढ़ लाख से अधिक घरों को ध्वस्त किया गया, जिसमें से सिर्फ 31 प्रतिशत OBC,SC/ST और अल्पसंख्यक समुदाय के घर थे. अल्पसंख्यकों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई का नैरेटिव आंकड़ों के सामने हाफते नजर आते हैं और इसलिए सवाल ये उठता है कि बुलडोजर एक्शन से असल दिक्कत किसे है? अखिलेश के बयान के पीछे क्या रणनीति है? योगी के बयान से मान लिया जाए की यूपी में बुलडोजर एक्शन नहीं रुकने वाला?
अखिलेश बनाम योगीअखिलेश यादव ने कहा कि बुल्डोजर में दिमाग नहीं होता है स्टेयरिंग होता है. बुलडोजर स्टेयरिंग से चलता है. उत्तर प्रदेश की जनता कब किसका स्टेयरिंग बदल दे या दिल्ली वाले कब किसका स्टेयरिंग बदल दें. इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुलडोजर पर हर एक व्यक्ति के हाथ नहीं फिट हो सकते. इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए. बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा जिसमें हो वही बुलडोजर चला सकता है. दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे. आज जब उनके सपनों पर पानी फिर चुका है तो अब टीपू भी चले सुलतान बनने.
बुल्डोजर ऐक्शन का ‘विपक्षी’ कनेक्शन!सितंबर, 2020 मुम्बई में कंगना रनौत के दफ़्तर गिराया गया.
2022 गिरिडीह, झारखंड में मजदूर की हत्या के आरोपी के मोबिन अंसारी की दुकान गिराई गई.
2023 जयपुर में पेपर लीक केस में अशोक गहलोत सरकार का बुल्डोजर ऐक्शन.
2022 जयपुर पेपर लीक केस में आरोपी कॉलेज और स्कूल गिराया.
2019 भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी व्यावसायिक संपत्ति ध्वस्त किया.
बुल्डोजर ऐक्शन टारगेटेड? जनवरी 2022 से दिसंबर 2023 तक डेढ़ लाख से अधिक घर ध्वस्त31% OBC, SC/ST और अल्पसंख्यक समुदाय के घर गिराए गए
NDA शासित राज्यों को भाया ‘बाबा का बुल्डोजर’! अप्रैल 2022 से जून 2023 तक बुल्डोजर ऐक्शन128 संपत्तियों पर चला बुल्डोजरदिल्लीअसमगुजरातमध्य प्रदेशउत्तर प्रदेश
Tags: Akhilesh yadav, CM Yogi Aditya Nath, UP bulldozer actionFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 18:23 IST