भूपेंद्र राय/ बॉलीवुड में ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने कैंसर जैसी घातक बीमारी को मात दी है. इनमें सोनाली बेंद्रे, मनीषा कोइराला और मुमताज जैसी एक्ट्रेस का नाम शामिल है. एक्टर आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप ने कैंसर से जंग जीती है. उन्हें साल 2018 में ब्रेस्ट कैंसर हुआ था. इसका खुलासा उन्होंने खुद एक सोशल मीडिया पोस्ट में किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जब ताहिरा कैंसर से जूझ रही थीं तब उनके पति आयुष्मान उनके साथ बने रहे. इस दौरान दो साल उन्होंने ताहिरा के लिए करवा चौथ का व्रत भी रखा क्योंकि ताहिरा उस वक्त उपचार के दौर से गुजर रही थीं. लंबे समय तक चले इलाज के बाद ताहिरा ने अब कैंसर से जंग जीत ली है और वे स्वस्थ हैं.
जिस ब्रेस्ट कैंसर से आयुष्मान की पत्नी ने जंग जीती है वो बेहद खतरनाक होता है. इस खबर में हम जानेंगे कि बेस्ट कैंसर कैसे होता है, इसके लक्षण क्या-क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
ब्रेस्ट कैंसर क्या है? what is breast cancer
ब्रैस्ट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, जो स्तन में शुरू होता है. यह कैंसर तब शुरू होता है जब कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ज्यादातर मामलों में, स्तन कैंसर कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं, जिसे अक्सर एक गांठ के रूप में महसूस किया जा सकता है. medtalks के अनुसार, स्तन का कार्य अपने टिश्यू से दूध बनाना होता है. ये टिश्यू सूक्ष्म वाहिनियों द्वारा निप्पल से जुड़े होते हैं, जब इन वाहनियों में छोटे सख्त कण जमने लगते हैं या स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ बनती है, तब कैंसर बढ़ने लगता है.
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण symptoms of breast cancer
स्तन या फिर बाहों के नीचे गांठ होना.
स्तन के आकार में बदलाव जैसें टेड़ा-मेड़ा होना.
स्तन या फिर निप्पल का लाल रंग हो जाना.
स्तन से खून आने लगने की समस्या होना.
स्तन की त्वचा में ठोसपन हो जाना.
निप्पल में डिंपल, जलन, लकीरें दिखना.
स्तन के नीचे ठोसपन या सख्त अनुभव होना.
दोनों निप्पल पर दाने होना.
ब्रेस्ट कैंसर कितने स्टेज का होता है ?medtalks के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर शून्य से शुरु होकर आगे की स्टेज यानी श्रेणियों में जाता है और हर स्टेज के साथ गंभीरता भी बढ़ती जाती है..
शून्य श्रेणी- इस स्टेज में कैंसर दूध बनाने वाली कोशिकाओं में सीमित रहता है.पहली श्रेणी- इस स्टेज में कैंसर वाली कोशिकाएं धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं और हेल्दी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाना शुरु कर देती हैं.दूसरी श्रेणी- इस स्टेज में कैंसर आकर बहुत तेजी से बढ़ना शुरु हो जाता है और शरीर के बाकि भागों में भी फैल जाता है.तीसरी श्रेणी- इस स्टेज में आने पर कैंसर हड्डियों में पहुंचकर उन्हें प्रभावित करना शुरु कर देता है.चौथी श्रेणी- इस श्रेणी में आकर कैंसर लगभग लाइलाज हो जाता है, क्योंकि चौथी श्रेणी में आते-आते कैंसर लिवर, फेफड़ों, हड्डियों और मस्तिष्क में भी पहुंच चुका होता है.
ब्रेस्ट कैंसर के कारण due to breast cancer
मासिक धर्म में परिवर्तन
नशीले पदार्थों का सेवन
परिवार का इतिहास
ज्यादा उम्र तक प्रेगनेंट नहीं होना
अपनी जीवनशैली में बदलाव कर स्तन कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है. इस खतरे को कम करने के लिए नीचे दिए गए टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं.
1- नियमित तौर पर शारीरिक व्यायाम करें2- धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें3-35 के बाद गर्भनिरोधक गोलियां खाने से बचें.4- पौष्टिक आहार का सेवन करें 5. जंक फूड और सिगरेट से दूरी बना लें.
ब्रेस्ट कैंसर का इलाज- Breast Cancer Treatmentमायउपचार के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर के इलाज का सबसे आम तरीका है स्तन कैंसर की सर्जरी. इसके अलावा इसके इलाज में कीमोथेरेपी, विकिरण चिकित्सा या हॉर्मोन थेरेपी जैसे उपचार के तरीकों को भी अपनाया जा सकता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर इलाज उसकी स्टेज और प्रकार के अनुसार किया जाता है.
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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