अयोध्या राम मंदिर से ‘अक्षत कलश’ पहुंचे अलीगढ़, भव्य स्वागत के साथ हुआ पूजन और हवन

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अयोध्या राम मंदिर से 'अक्षत कलश' पहुंचे अलीगढ़, भव्य स्वागत के साथ हुआ पूजन और हवन



वसीम अहमद/अलीगढ़: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले देश भर में उत्सव का माहौल है. इस बीच ‘अक्षत कलश’ अलीगढ़ पहुंचा. विश्व हिन्दू परिषद, बजरंगदल ने श्रीराममंदिर अयोध्या से आए अक्षत कलश का पूजन अर्चन कर भव्य स्वागत किया गया. हवन का आयोजन अचल ताल स्थित श्री गिलहराज मंदिर के प्रांगढ़ में किया गया. जिसमें विहिप के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे. यह अक्षत कलश अयोध्या से आए हैं और इनको विश्व हिंदू परिषद की ब्रज प्रांत की मीटिंग में कार्यकर्ताओं को दिया गया और अब यह अक्षत कलश घर-घर में बांटे जाएंगे. इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को राम मंदिर जाने के लिए निमंत्रण देना है.विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री मुकेश कुमार राजपूत ने बताया कि अचल ताल स्थित गिलहराज जी मंदिर पर अलीगढ़ महानगर विश्व हिंदू परिषद द्वारा जो अयोध्या से आए हुए अक्षत कलश हमको मिले. इसका उद्देश्य यह है कि 500 वर्षों के पश्चात जो अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और 22 जनवरी को वहां प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. इस श्रृंखला में अलीगढ़ के अंदर भी निमंत्रण के स्वरूप अक्षत का वितरण किया जाएगा और वह अक्षत कलश आज यहां ले आये गए हैं जिनका विधिवत पूजन हमने किया है और आने वाले समय में प्रत्येक घर-घर में कार्यकर्ता जाएंगे और निमंत्रण देकर आएंगे कि अयोध्या धाम में जाकर भगवान श्री राम के दर्शन करें.विश्व हिंदू परिषद के प्रचार प्रमुख प्रतीक रघुवंशी ने बताया कि आज श्री राम मंदिर से जो अक्षत कलश आए हैं वह प्रांतीय बैठक में पदाधिकारी को प्राप्त हुए थे. जिनका पूजन और हवन आज यहां पर किया गया है और समय आने पर इन्हीं अक्षत को घर-घर जाकर कार्यकर्ता निमंत्रण देंगे. श्री राम मंदिर के जो श्री राम लला विराजमान जब होंगे उस कार्यक्रम के लिए. इसका उद्देश्य यही है कि अथक प्रयासों के बाद में हमारे सनातनी हिंदू समाज को यह दिन प्राप्त हुआ है कि श्री रामलला पुनः अपने घर में स्थापित होंगे. उनके घर बना सदियों से वह टेंट में रह रहे थे उसे कोई सुधि लेने वाला नहीं था. आज बड़े सौभाग्य का दिन आया है लोगों ने सरों पर पगड़िया नहीं पहनी, पैरों में चप्पल नहीं पहनी, इस दिन को देखने के लिए तो यही उद्देश्य है कि हिंदू समाज को संगठित करना और उनका गौरव और श्री रामलला को उनके घर वापस दिलवाना..FIRST PUBLISHED : November 27, 2023, 15:51 IST



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