अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में सवा 4 साल से बन रहे 161 फीट ऊंचे राम मंदिर का निर्माण कार्य में कई तरह की बाधा भी उत्पन्न हो रही है. ऐसे में अब मंदिर साल 2025 तक भी पूरा होने की संभावना नहीं नजर आ रही है. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा के अनुसार पहले जून 2025 तक मंदिर निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लगभग 200 मजदूरों की कमी की वजह से 3 महीने का अतिरिक्त समय और राम मंदिर में लग सकता है.
इतना ही नहीं अयोध्या के राम मंदिर में प्रथम तल का निर्माण पूरा हो गया है और दूसरे तल के निर्माण को दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. जनवरी में राम मंदिर के दूसरे तल पर राम दरबार की स्थापना भी की जाएगी. इतना ही नहीं राम मंदिर में सप्त मंदिर के निर्माण का कार्य भी तेजी से चल रहा है. जिसमें सभी मंदिरों के छत लगाने का कार्य भी पूरा हो गया है. तो वहीं राम मंदिर में बनने वाले परकोटे के निर्माण की भी समय सीमा सितंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
निर्माण समिति के अध्यक्ष निर्पेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर में श्रमिकों की संख्या कम होने से काम प्रभावित हो रहा है. 200 श्रमिक कम हैं. जून 2025 तक सभी कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन तीन माह और मंदिर निर्माण में लगेगा. इतना ही मंदिर में सप्त मंदिर में लगने वाले मूर्ति का निर्माण भी जयपुर में चल रहा है. उसका भी निर्माण दिसंबर तक तैयार कर लिया जाएगा. राम दरबार की मूर्ति भी जयपुर में तैयार हो रही है, उसको भी जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
मिश्रा ने बताया कि बीते 22 जनवरी को प्रभु राम अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं. अब बाकी मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा कब होगी इस पर न्यास जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. इसके अलावा रामलला की दो अनमोल मूर्तियों को भी न्यास के पास सुरक्षित रखा गया है. इन मूर्तियों को किस तरह से सम्मान देना है, इस पर भी जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
Tags: Ayodhya ram mandir, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : November 10, 2024, 14:42 IST