हैदराबाद: अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के नवनिर्मित मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी और वर्षों से प्रतिक्षारत रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. ऐसे समय में जब अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है, तेलंगाना में हैदराबाद स्थित संगठन अयोध्या भाग्यनगर सीता राम फाउंडेशन भगवान श्रीराम को 1.03 करोड़ रुपये के श्री राम चरण पादुकाएं भेंट करने की राह पर है.
दरअसल, प्रभु श्रीराम की चरण पादुकाओं की एक जोड़ी पहले ही गंतव्य तक यानी अयोध्या पहुंच चुकी है और दूसरी जोड़ी कुछ भक्तों द्वारा पवित्र स्थान तक पैदल मार्च द्वारा पहुंचाई जाएगी. 12.5 इंच लंबाई, 5.5 इंच चौड़ाई और एक इंच मोटाई वाली श्रीराम चरण पादुकाएं 12.5 किलोग्राम सोना, चांदी, तांबा, पीतल और सफेद सीसा धातुओं से बनी हैं.
इस चरण पादुका का निर्माण अयोध्या भाग्यनगर सिताराम फाउंडेशन के संस्थापक-निदेशक चिल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने किया है. उन्होंने इसकी जिम्मेवारी प्रसिद्ध धातु मूर्तिकार और कलाकुटिर के संस्थापक पित्ताम्पल्ली रामालिंगा चारी कौ सौंपी थी. रामलिंगा चारी ने छह अन्य मूर्तिकारों के साथ मिलकर मूर्तिकला अध्ययन से संबंधित पुस्तकों में उल्लिखित प्राचीन पादुकाओं और विभिन्न डिजाइनों का अध्ययन करके एक नए तरीके से भगवान श्रीराम की चरण पादुकाओं का निर्माण किया है.
भगवान श्रीराम की चरण पादुका में मौजूद प्रतीकों में कोंच, चक्र, गौमाता, हाथी, ध्वज, ओम्, स्वस्तिक, सूर्य, चंद्रमा, दो कल्पवृक्ष (इच्छा पूरी करने वाला दिव्य वृक्ष), तलवार, हाथी का अंकुश, पवित्र घड़ा और दो कमल के फूल शामिल हैं, जिन्हें श्री राम चरण पादुकाओं पर उकेरा गया था. इतना ही नहीं, मां सीता के पसंदीदा चिन्ताकु पथकम- इमली की पत्तियों का हार, चेन्नई से लाए गए दो पन्नों को दर्शाते हुए पादुकाओं पर लगाए गए हैं.
श्रीनिवास शास्त्री ने कहा कि इसपवित्र चरण पादुकाओं को बनाने में 25 दिन लगे. हम इसे अयोध्या में भगवान श्री राम को पंच लोहा (पांच धातु) पादुकाएं भेंट करने का एक दिव्य अवसर मानते हैं. हम 10 जनवरी से 15 जनवरी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवान श्रीराम के चरण पादुकाओं के दो जोड़े सौंप देंगे.
.Tags: Ayodhya, Ayodhya Mandir, Ayodhya ram mandir, Ram MandirFIRST PUBLISHED : January 4, 2024, 06:23 IST
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