सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में जब से रामलाल का भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तब से लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन धर्म नगरी अयोध्या पहुंच रहे हैं. राम लला के मंदिर निर्माण के साथ ही अब युवा मठ मंदिर और सनातन संस्कृति की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. विशेष अवसरों पर युवाओं के द्वारा दर्शन-पूजन अब आम बात हो गई है. भगवान राम की नगरी में कार्तिक मेले को अगर देखा जाए तो लगभग 30 लाख राम भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. ऐसे में इसमें सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की थी.
भगवान राम की नगरी में तुलसी की माला का व्यापार लाखों में हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि जब से रामलला के मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तब से श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. धीरे-धीरे अब श्रद्धालु सनातन संस्कृति से जुड़े हुए भगवान से संबंधित सामानों से भी जुड़ रहे हैं. बड़ी संख्या में अब युवाओं में तुलसी की माला पहनने का क्रेज बढ़ा है. जिसका यह परिणाम है कि अकेले कार्तिक मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने तुलसी की माला खरीदी है.
ज्यादा मालाएं युवाओं ने खरीदी
तुलसी की माला का हाथ से निर्माण करने वाली भुवन देवी कहती हैं कि वह अपने पति के साथ इसी कार्य में पिछले काफी लंबे समय से लगी हुई है लेकिन कभी इस तरह से युवा इससे जुड़ते नजर नहीं आए. इधर 1 साल में प्रतिदिन युवाओं की द्वारा तुलसी की माला और रुद्राक्ष खरीदने का सिलसिला शुरू हुआ है. अब यह बढ़कर हजारों में पहुंच गया है. प्रतिदिन हजारों रुपए की माला युवाओं के द्वारा खरीदी जा रही हैं.
बढ़ गई तुलसी माला की डिमांड
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने दावा किया है कि व्यापारियों के अलावा मठ मंदिरों में भी जो श्रद्धालु पहुंचते हैं. वह उसमें सबसे ज्यादा युवा मठ मंदिरों में मौजूद संतों से माला रुद्राक्ष की तुलसी की मांगते हैं और उनके पहनने पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं इस बात का भी जानकारी चाहते हैं. एक बात तो साफ है कि भगवान के भव्य मंदिर के साथ अब युवा भी अध्यात्म से जुड़ता नजर आ रहा है. प्रतिष्ठा के पहले लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने राम रामनगरी में पड़ने वाले पारंपरिक मेले में उपस्थिति दर्ज कराई.
.Tags: Ayodhya News, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 07:59 IST
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