अयोध्या: अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला के सातवें दिन शबरी संवाद और सुग्रीव मित्रता के प्रसंग पर रामलीला हुई, जहां फिल्म जगत से जुड़े हुए कलाकारों ने रामलीला के पात्रों ने शानदार प्रस्तुति दी. इस दौरान वहां बैठे दर्शक और खुद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मंत्र मुग्ध दिखाई दिए. आज फिल्मी सितारों की रामलीला में जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, तो वहीं साधु संतों के साथ फिल्मी सितारों की रामलीला का मंचन देखने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी फिल्मी सितारों की रामलीला को देखने पहुंचे. उन्होंने समिति के अध्यक्ष का रामलीला के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया है.
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या की चल रही सभी लीलाओं में फिल्मी सितारों की रामलीला को सबसे बेहतर बताया और उसके साथ उन्होंने कहा कि यहां पर काम कर रहे देश के अलग-अलग हिस्सों के कलाकार हैं. एक मंच पर वह अभिनय कर रहे हैं और रामलीला के पात्रों पर बहुत ही अच्छी तरह उन्होंने तैयारी कर रखी है. चंपत राय ने कहा कि शहर से इतनी दूर होने के बावजूद बड़ी संख्या में दर्शक यहां मौजूद हैं, जो रामलीला की लोकप्रियता का प्रतीक है और यह सिद्ध करते हैं कि शहर में चल रही दो अन्य लीलाओं से फिल्मी सितारों की रामलीला बहुत ही बेहतर और अच्छी चल रही है. वहीं अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला से बढ़ रहे युवाओं में आकर्षण को लेकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की.
बताते चलें कि अयोध्या की बेटी अंजली शुक्ला भी इस बार फिल्मी सितारों की रामलीला में काम कर रही है, जिसने खूब वाह वाही बटोरी है. अयोध्या पहुंचे सभी कलाकार चाहे फिर वह राम के रूप में वेद सागर हो या लक्ष्मण के रूप में अनिमेष हो. इसके साथ ही बाली और हनुमान का किरदार निभाने वाले कलाकारों ने खुद को सौभाग्यशाली बताते हुए कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि अयोध्या में आकर वह रामलीला में अभिनय कर रहे हैं. इसके लिए हम रामलीला के आयोजकों को भी धन्यवाद देते हैं. भगवान का भी शुक्रिया अदा करते हैं.
श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में वैसे तो दो स्थानों पर रामलीला होती है. स्वर्ग द्वार मोहल्ले में भी होती है और सब्जी मंडी के स्मारक भवन में भी होती है. ये दोनों रामलीला लोकल हैं और हर साल होती हैं. फिल्मी हस्तियों की रामलीला अयोध्या में तीन से चार साल से शुरू है. अयोध्या से बाहर जो भी योग्यतम कलाकार योग्यतम पात्र जो रोल अच्छे से कर सके यह बहुत अच्छी चीज है. कुछ कलाकार बाहर के हैं, कुछ उत्तर प्रदेश की भी होंगे. ऐसे लोगों को एक साथ लाना उनका अभ्यास करना यह काम बहुत कठिन है. ऐसी दृष्टि से सुभाष मालिक और शुभम मलिक का यह प्रयास बहुत अच्छा प्रयास है. चंपत राय ने कहा कि अगर हम अयोध्या के दोनों रामलीला से इस रामलीला की तुलना करें, तो यहां ऑडियंस अधिक है. यद्यपि यह स्थान शहर से बहुत दूर है ऑडियंस यहां पर अच्छा है, परिपक्व लोग हैं. यह लोकप्रियता का प्रतीक है. ऐसी रामलीला अयोध्या में होती रहे.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 10:27 IST