अयोध्या : अयोध्या में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर संतों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया. 14 अगस्त 1947 को देश का विभाजन हुआ था. भारत-पाक विभाजन के दौरान दंगों के कारण लाखों लोगों के विस्थापित होना पड़ा था. भारत-पाक विभाजन इतिहास की बड़ी त्रासदियों में शामिल किया जाता है. इस दौरान तकरीबन 5 से 10 लाख लोग मारे गए थे. संतों ने पाकिस्तान पर आतंकी फंडिंग और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान का झंडा जलाया है. संतों के अनुसार जल्द ही भारत का झंडा पाकिस्तान पर लहराएगा और भारत फिर से अखंड भारत के रूप में जाना जाएगा.तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगदगुरु परमहंस आचार्य के नेतृत्व में दो दर्जन से ज्यादा संतों ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया और इस दौरान संत समाज ने पाकिस्तान का झंडा जलाते हुए पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए. जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि 14 अगस्त 1947 का वह दिन था जब जिहादियों के कारण भारत का विभाजन हुआ भारत माता के निर्दोष सपूतों की हत्या की यह दर्द मिटने वाला नहीं है. यह दर्द तभी मिटेगा जब भारत फिर से अखंड होगा.आतंक का अड्डा है पाकिस्तानजगतगुरु परमहंस आचार्य का आरोप है कि पाकिस्तान में आतंकवाद की ट्रेनिंग होती है. पूरी दुनिया के लिए पाकिस्तान खतरा है. पाकिस्तान आतंक का अड्डा है. भारत का यह कर्तव्य है कि पाकिस्तान को अपने कब्जे में करें और वहां पर जितने भी आतंकी है उन्हें ठोक कर जहन्नुम पहुंचाया जाए.FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 20:25 IST