अयोध्या : प्रभु राम की नगरी अयोध्या में देवउठनी एकादशी के अगले दिन अयोध्या के वरिष्ठ साधु संतों ने हनुमान जी के निशान के साथ यात्रा निकालकर मां सरयू में 151 मी चुनरी अर्पित की. कार्तिक महीने में अयोध्या के साधु-संत प्रत्येक वर्ष देव देवउठनी एकादशी के अगले दिन यात्रा निकालकर सरयू नदी में चुनरी को अर्पित करते हैं. इसी कड़ी में आज अयोध्या के सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी से हनुमान जी के निशान के साथ साधु-संतों ने सरयू तट पर पूजन किया. उसके बाद जलाभिषेक कर दुग्धाभिषेक किया. साथ ही 151 मीटर लंबी चुनरी अर्पित की गई.धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ समस्त देवता 4 महीने की योग निद्रा के बाद जागृत होते हैं और सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं. देवउठनी एकादशी के बाद सभी तरह के शुभ कार्य शुरू होते हैं. ऐसे में भगवान के चातुर्मास समाप्त होने के बाद संत समाज ने मां सरयू को 151 मीटर लंबी चुनरी अर्पित की है. वैदिक रीति रिवाज के साथ वैदिक मंत्रोचार के बीच मां सरयू का पूजन अर्चन हुआ और सरयू का दुग्धाभिषेक करने के बाद चुनरी चढ़ाई गई.मां सरयू से लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थनासंकट मोचन सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास ने बताया कि आज के दिन का मुहूर्त ऐसा है जो भी मां सरयू में चुनरी अर्पित करेगा उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होगी. कार्तिक माह के देवउठनी एकादशी के बाद सभी शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं. जिसके बाद आज हम लोगों ने सरयू नदी में 151 मीटर लंबी चुनरी अर्पित की है. इतना ही नहीं हम लोगों ने शोभा यात्रा भी निकाली.जिसमें हनुमान जी का निशान भी शामिल था. माता सरयू से हम लोगों ने समस्त देशवासियों के लिए मंगल कामना भी की.FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 19:07 IST