अयोध्या: भगवान राम की नगरी अयोध्या को सोलर सिटी के तौर पर विकसित किए जाने की योजना परवान चढ़ने लगी है. धर्म नगरी अयोध्या अब सोलर सिटी के रूप में भी जानी और पहचानी जाएगी, जिसको लेकर सोलर सिटी के रूप में अयोध्या को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है. बीते दिनों अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने घोषणा की थी कि अयोध्या सोलर सिटी के रूप में भी जानी और पहचानी चाहिए. अयोध्या को सोलर सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा. इसको लेकर कवायद शुरू कर दी गई और प्रथम चरण में सरकारी भवन के टॉप पर सोलर टॉप स्थापित करने का काम किया जा रहा है. कलेक्ट्रेट और कमिश्नरी में सोलर टॉप की स्थापना के साथ अयोध्या के प्राचीन मठ मंदिरों में सोलर पैनल लगाया गया है.सोलर सिटी के रूप में होगी अयोध्या की पहचानराम नगरी को सोलर सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है. इसके लिए यहां पर सौर ऊर्जा केंद्र स्थापित किए जाएंगे. बीते दिनों इसके लिए सर्वे किया गया था. अब यह योजना परवान चढ़ना शुरू हो गई है, जिसके लिए व्यक्तिगत भी सब्सिडी दी जाएगी. इस योजना के अंतर्गत राम नगरी को पूर्ण रूप से सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाना है. ऐसे में सरकारी बिल्डिंग मठ मंदिर और व्यक्तिगत भवनों के छत पर भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे. पहले पांच वर्षों में राम नगरी के 60 फीसदी से ज्यादा घरों में और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सोलर से जोड़ने की योजना है.कैसे ले सकते हैं योजना का लाभअयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि सोलर सिटी के तौर पर अयोध्या को विकसित किया जा रहा है. इसके लिए दो चरण हैं, जिसमें व्यक्तिगत लाभार्थी भी इस योजना में सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं. इसके अलावा सरकारी भवनों पर सोलर टॉप लगाया जाएगा. शुरुआत में कलेक्ट्रेट और कमिश्नरी में सोलर टॉप लगाया गया है. व्यक्तिगत लाभार्थी भी सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाना है. ऑनलाइन आवेदन करके इस महायोजना का लाभ व्यक्तिगत लाभार्थी भी ले सकते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 22, 2022, 08:45 IST
Source link