Diseases Caused by NTDs: NTDs (नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज) के खिलाफ लड़ाई में प्रभावित समुदायों और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, यह बात वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की रीजनल डायरेक्टर सैमा वाज़ेद ने बुधवार को कही, जो वर्ल्ड NTD डे के मौके पर बोल रही थीं. हर साल 30 जनवरी को वर्ल्ड नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज डे मनाया जाता है. इस साल का विषय है “एकजुट हों, काम करें, समाप्त करें” (“Unite. Act. Eliminate”).
एकजुट हों, काम करें, समाप्त करें
वाजेद ने कहा, “एकजुट हों, काम करें, समाप्त करें. ये तीन शब्द हमारे साझा संकल्प को व्यक्त करते हैं, जो NTDs से लड़ने के लिए हैं, जो दुनिया भर में 1.5 बिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करते हैं, जो मुख्य रूप से सबसे कमजोर आबादी में होते हैं.” उन्होंने आगे कहा, “वर्ल्ड NTD डे 2025 हमारे संकल्प की पुन: पुष्टि करने का अवसर है, ताकि हम एक स्वस्थ और समान भविष्य के लिए एकजुट हों, परिवर्तन के लिए वकालत करें, प्रभावी हस्तक्षेप करें और NTDs का बोझ हमारे क्षेत्र और इसके बाहर समाप्त करें.”
नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज़ (NTDs) क्या है?
नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज़ (NTDs) एक विविध समूह की स्थितियां हैं, जो विभिन्न प्रकार के रोगजनकों (वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी, फफूंद और विषाणु) द्वारा होती हैं और जिनका स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से गहरा प्रभाव पड़ता है. इन रोगों को ‘नेग्लेक्टेड’ कहा जाता है क्योंकि ये वैश्विक स्वास्थ्य एजेंडे से लगभग बाहर होते हैं और साथ ही इनसे जुड़ी हुई कलंक और सामाजिक बहिष्कार भी होता है.
वाज़ेद ने कहा, “दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, 16 NTDs महामारी हैं. इन 11 सदस्य देशों में से कम से कम एक बीमारी हर देश में है. पिछले दशक में NTDs को समाप्त करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है.” उन्होंने आगे कहा कि सात सदस्य देशों ने कम से कम एक नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज को सफलतापूर्वक समाप्त किया है. केवल 2023 में, 860 मिलियन से अधिक लोगों को दवाइयों का वितरण और लक्षित उपायों से लाभ हुआ.
NTDs की चुनौतियां
हालाँकि, उन्होंने कुछ चुनौतियों का भी जिक्र किया, जैसे स्वास्थ्य प्रणालियों की अपर्याप्त क्षमता, वित्तीय संकट, स्वास्थ्य देखभाल तक पहुँच में असमानताएँ, सामाजिक निर्धारक, उपकरणों और नवाचारों की कमी, राजनीतिक अस्थिरता और जलवायु परिवर्तन. इन चुनौतियों के कारण “हमारी प्रगति में रुकावट आ रही है, और अभी भी क्षेत्र में 833 मिलियन लोग NTDs के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों से वंचित हैं,” वाज़ेद ने कहा.
NTDs से प्रभावित लोगों को सशक्त बनाना
उन्होंने NTDs से प्रभावित लोगों को सशक्त बनाने की बात कही, ताकि प्रणालीगत असमानताओं को संबोधित किया जा सके और कोई भी पीछे न रहे. उन्होंने कहा, “हमारे NTDs के खिलाफ संघर्ष को प्रभावित समुदायों को सशक्त बनाने और जलवायु परिवर्तन के वास्तविकताओं के अनुकूल बनाने पर केंद्रित किया जाना चाहिए,” और व्यक्तित्व-केंद्रित दृष्टिकोण और समुदाय नेतृत्व की आवश्यकता जताई. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि “वन हेल्थ” दृष्टिकोण को अपनाया जाए, जो जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के लिए एक स्थिरता सुनिश्चित करता है, खासकर वेक्टर-बोर्न रोगों के संदर्भ में.
–IANS
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.