IND vs AUS 3rd Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 14 दिसंबर से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट मैच शुरू होगा. इससे पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस ने भारत को चेतावनी दी है. आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने एडीलेड टेस्ट के बाद अब तीसरे टेस्ट में भी भारतीय बल्लेबाजों को ‘बाउंसर्स’ से परेशान करने की चेतावनी दी है. बता दें कि सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. पहला मुकाबला भारत ने जीता, जबकि दूसरे मैच में मेजबानों ने वापसी करते हुए जीत हासिल की.
एडिलेड टेस्ट में भी किया था परेशान
आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों खासकर कमिंस ने एडीलेड में गुलाबी गेंद टेस्ट की दोनों पारियों में भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया. आस्ट्रेलिया ने वह टेस्ट दस विकेट से जीतकर सीरीज में 1-1 से बराबरी की. कमिंस ने तीसरे मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘एडीलेड टेस्ट में यह रणनीति कारगर रही. यह प्लान बी के रूप में हमेशा जेहन में रहता है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर यह वाकई उन्हें असहज बना रहा था तो हम इसे प्लान ए भी बना सकते हैं. एडीलेड में यह असरदार रहा और मुझे यकीन है कि तीसरे टेस्ट में भी काम करेगा.’
बल्लेबाजों की तारीफ की
कमिंस ने जसप्रीत बुमराह का आत्मविश्वास के साथ सामना करने वाले अपने बल्लेबाजों की भी तारीफ की जो पर्थ टेस्ट में ऐसा नहीं कर पाये थे. उन्होंने कहा, ‘हम पेशेवर क्रिकेटर हैं और इसके लिये तैयार रहते हैं. हमारे खिलाड़ी हर चुनौती का सामना करने को तत्पर रहते हैं, चाहे हालात जो हों.’ अनुभवी स्टीव स्मिथ ने अभी तक सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन कमिंस को यकीन है कि वह जल्दी ही फॉर्म में लौटेंगे.
फॉर्म में लौटेंगे स्मिथ – कमिंस
उन्होंने कहा , ‘वह नेट्स पर अच्छा कर रहा है. मुझे यकीन है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा. वह काफी अनुभवी है और अच्छी पारी ज्यादा दूर नहीं है.’ ऑलराउंडर मिचेल मार्श ने भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिये आक्रामक खेलने की रणनीति अपनाने को कहा था, लेकिन कमिंस ने कहा कि बल्लेबाजी रणनीति व्यक्तिगत पसंद का मामला है. उन्होंने कहा, ‘ट्रेविस और मिच स्वाभाविक तौर पर स्ट्रोक्स खेलने वाले बल्लेबाज हैं. गाबा पर पहले दिन से दूसरा या तीसरा दिन अलग होगा लिहाजा अपनी ताकत पर खेलना जरूरी है. ट्रेविस ने पिछले सप्ताह यही किया.’
कमिंस ने स्वीकार किया कि कप्तान होने के नाते उन पर हमेशा दबाव होगा, लेकिन उन्होंने कहा कि इस दबाव के साथ जीना उन्होंने सीख लिया है. उन्होंने कहा, टटेस्ट क्रिकेट खेलते समय हमेशा दबाव रहता है. कप्तान होने पर काफी जिम्मेदारी आप पर होती है. इसमें कोई नयी बात नहीं है. पर्थ टेस्ट में हम अच्छा नहीं खेल सके और आलोचना लाजमी थी. कुछ सही थी तो कुछ नहीं, लेकिन आपको पता है कि जो सही नहीं है, उसे खारिज किया जा सकता है.’