Atta for Weight Loss: हर घर के किचन में आटा पाया जाता है और इसका उपयोग रोटी और परांठे बनाने के लिए किया जाता है. इसे सब्जी, दाल और करी से लेकर हर चीज के साथ खाया जाता है. हालांकि, जब भी हम वजन घटाने की बात सोचते है, तो दिमाग में सबसे पहले रोटी, चावल और ब्रेड जैसे कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करने की बात आती हैं. लेकिन एक गुड न्यूज है. अब हेल्दी और वजन घटाने के अनुकूल आटे के विकल्प मार्केट में उपलब्ध हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे रोजाना खाने वाली रोटी को हेल्दी फूड में कैसे बदल सकते हैं. ये 5 तरह का आटा आपको वजन घटाने में मदद करेगा.
1. बाजरे का आटाबाजरा अत्यधिक पौष्टिक आटा है, जिसका उपयोग गेहूं की रोटी के स्थान पर किया जा सकता है. बाजरे की रोटी वजन घटाने और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि यह ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. बाजरा पाचन में सहायता करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल लेवेल को भी कम करता है. इतना ही नहीं, बाजरा कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को भी कम करता है. नियमित गेहूं की रोटी की तरह, आप बाजरे की रोटी को अपनी सब्जियों/दाल के साथ खा सकते हैं. गेहूं की रोटी की तुलना में बाजरे की रोटी थोड़ी सख्त होती है, लेकिन सभी स्वास्थ्य लाभों के साथ, हम सभी को इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
2. ओट्स का आटाइस धरती पर दलिया (ओट्स) सबसे हेल्दी अनाजों में से एक है. यह गेहूं के विपरीत, ग्लूटेन फ्री होते हैं और विटामिन, खनिज, फाइबर व एंटीऑक्सिडेंट में हाई होते हैं. ओट्स के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे वजन घटाना, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना और दिल की बीमारी के खतरे को कम करना शामिल है. आप ओट्स को पीसकर और गूंथ कर घर पर ही आटा बना सकते हैं, या फिर दुकान से ओट्स का पैकेज आटा खरीद सकते हैं.
3. क्विनोआ का आटाक्विनोआ में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है और पोषक तत्वों व खनिजों जैसे फोलेट, मैग्नीशियम, जिंक और आयरन का एक अच्छा सोर्स है. क्विनोआ पेट साफ करने में और पाचन स्वास्थ्य को अच्छा करने में मदद कर सकते हैं. एक हाई फाइबर डाइट आपको हेल्दी बॉडी वेट बनाए रखने में मदद कर सकता है. एक क्विनोआ की रोटी में 75 कैलोरी होती है, जबकि गेहूं या मैदा की एक रोटी 120 कैलोरी की होती है. क्विनोआ प्रोटीन का भी एक अच्छा सोर्स है और इससे मेटाबॉलिज्म हेल्थ को लाभ मिलते हैं.
4. बेसन का आटाबेसन का आटा (जिसे चने का आटा भी कहा जाता है) गेहूं के आटे का एक शानदार विकल्प है, क्योंकि यह प्रोटीन और फाइबर में अधिक होता है और यह कम कैलोरी का होता है. यह सीलिएक रोग या गेहूं से एलर्जी वाले लोगों के लिए बेसन का आटा बेस्ट है और इसमें गेहूं के आटे के समान गुण होते हैं. बेसन का आटे में विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं. यह एनीमिया के इलाज में मदद करता है क्योंकि इसमें आयरन और फोलेट पाया जाता है. बेसन का आटा ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में भी मदद करता है.
5. ज्वार का आटाज्वार का आटा ग्लूटेन फ्री होता है और यह प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन से भरपूर होता है. ज्वार का आटा खराब पाचन वाले लोगों की मदद करने, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और दिल की सेहत में सुधार करने के लिए बेस्ट है. अगर आपको केवल ज्वार की रोटियां बनाना मुश्किल लगता है, तो गेहूं के आटे में ज्वार मिलाकर रोटी बनाएं.
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