आजमगढ़. श्रमिकों के बच्चों और कोरोना कल में अपने माता-पिता को खो चुके छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता युक्त शिक्षा दिलाने के लिए सरकार की तरफ से अटल आवासीय योजना के तहत अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों और अनाथ बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करना है.
अटल आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6 में आवेदन के लिए उन छात्रों का चयन किया जाएगा, जिनका जन्म 1 मई 2012 से 31 जुलाई 2014 के बीच हुआ है. इसके अलावा कक्षा 9 में प्रवेश लेने के लिए वह विद्यार्थी ही मान्य होंगे जिनका जन्म 1 मई 2009 से 31 जुलाई 2011 तक में हुआ होगा. यह बाध्यता एससी और ओबीसी श्रेणी के छात्रों के लिए भी सामान्य रूप से लागू होगा.
इस आधार पर होगा अटल आवासीय विद्यालय में नामांकन
निर्माण श्रमिकों के वही बच्चे पात्र होंगे, जिनका पंजीयन 31-12-2023 को कम से कम 3 वर्ष पूरा हो चुका हो. इसके अलावा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के दो से अधिक बच्चे नहीं होना चाहिए. दो से अधिक बच्चे होने की स्थिति में उनका पंजीयन मान्य नहीं होगा. कोरोना काल में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चे ही अनाथ श्रेणी के तहत पात्र माने जाएंगे. ऐसे बच्चों का महिला एवं बाल कल्याण विभाग में पंजीयन होना अनिवार्य होगा. अटल आवासीय विद्यालय में कुल सीटों में 27 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 21 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं दो प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण का प्रावधान है.
आवेदन करने की ये है प्रक्रिया
अटल आवासीय विद्यालय में एडमिशन लेने की प्रक्रिया पूर्ण रूप से ऑफलाइन माध्यम से की जाएगी. जो बच्चे इस विद्यालय में एडमिशन लेना चाहते हैं, वे जिला प्रोबेशन अधिकारी महिला एवं बाल कल्याण विभाग से आवेदन पत्र लेकर अप्लाई कर सकते हैं.आवेदन करने के बाद बच्चों को प्रवेश परीक्षा देना होगा, प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को मेरिट लिस्ट और काउंसलिंग के आधार पर ही प्रवेश मिलेगा.
Tags: Azamgarh news, Education, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 29, 2024, 12:51 IST