Arshad Nadeem Story:कौन है पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा को हराने वाले खिलाड़ी, चंदा मांगकर की ट्रेनिंग

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Arshad Nadeem Story:कौन है पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा को हराने वाले खिलाड़ी, चंदा मांगकर की ट्रेनिंग



अर्थिक स्थित अरशद नदीम के पिता एक मजदूर होने के कारण  उनके पास नदीम की ट्रेनिंग का खर्च उठाने के पैसे तक नहीं थे. पेरिस ओलंपिक की ट्रेनिंग के लिए अरशद नदीम ने चंदा इकट्ठा करके प्रैक्टिस की. उनके पास जैवलिन खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने पुराने डैमेज भाला से प्रैक्टिस की.
अरशद नदीम पाकिस्तान के एक प्रमुख भाला फेंक खिलाड़ी (जैवलीन थ्रोअर) हैं, जिन्होंने अपनी खेल प्रतिभा के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है. अरशद का नाम विशेष रूप से उस समय सुर्खियों में आया जब उन्होंने भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की और उन्हें टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद के विभिन्न प्रतियोगिताओं में चुनौती दी.
पाकिस्तान के भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम ने अपनी बेहतरीन काबिलियत के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है. हालांकि, उनकी प्रशिक्षण सुविधाओं की बात की जाए, तो उनके पास नीरज चोपड़ा जैसी उन्नत सुविधाएं और संसाधन नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और जुझारूपन से खुद को साबित किया.
अरशद नदीम ने अपनी ट्रेनिंग ज्यादातर पाकिस्तान में ही की है. उनके कोचों और स्थानीय खेल संगठनों ने उनकी ट्रेनिंग का प्रबंधन किया है. इसके बावजूद, सीमित संसाधनों के साथ उन्होंने अपने खेल को उच्च स्तर पर पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है.
उनकी ट्रेनिंग में फोकस भाला फेंकने की तकनीक, शारीरिक फिटनेस, और मानसिक मजबूती पर होता है. उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया है और मेडल जीते हैं. अरशद ने अपने कौशल और प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि मजबूत इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास से किसी भी खिलाड़ी को उच्चतम स्तर तक पहुंचाया जा सकता है.
जन्म और प्रारंभिक जीवनअरशद नदीम का जन्म 2 जनवरी 1997 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियां चन्नू में हुआ था. वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं, और उनके पिता एक मजदूर थे.
खेल करियरअरशद ने शुरुआत में क्रिकेट में रुचि दिखाई, लेकिन बाद में उन्होंने एथलेटिक्स, विशेष रूप से भाला फेंक, में करियर बनाने का निर्णय लिया. उनके कोच फैयाज़ हुसैन बुखारी ने उनकी क्षमता को पहचाना और उन्हें भाला फेंक में प्रशिक्षित किया.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022अरशद ने 90.18 मीटर का थ्रो करके स्वर्ण पदक जीता, जिससे वे किसी भी कॉमनवेल्थ गेम्स में 90 मीटर से अधिक थ्रो करने वाले पहले दक्षिण एशियाई एथलीट बन गए.
इस्लामिक सॉलिडेरिटी गेम्सअरशद ने इन खेलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है और स्वर्ण पदक जीता.
एशियन गेम्स और अन्य प्रतियोगिताएंउन्होंने एशियन गेम्स में भी मेडल जीते हैं और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी उच्च स्तर का प्रदर्शन किया है.
नीरज चोपड़ा के खिलाफ प्रतिस्पर्धाअरशद और नीरज की प्रतिस्पर्धा विशेष रूप से 2022 के दौरान प्रमुख रही है, जब अरशद ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में नीरज को कड़ी टक्कर दी. उनकी इस प्रतिस्पर्धा को भारतीय और पाकिस्तानी खेल प्रेमियों ने बड़े चाव से देखा.



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