मेरठ. एनसीआर में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण का असर पशु-पक्षियों पर भी पड़ रहा है. मेरठ से 40 किलोमीटर दूर हस्तिनापुर वन सेंचुरी में प्रवासी पक्षियों को लेकर वन विभाग ने खास एक्शन प्लान तैयार किया है. वन अधिकारी का कहना है कि प्रवासी पक्षियों को सुरक्षित वातावरण देना हमसब का दायित्व है.
एनसीआर में भयावह एक्यूआई को लेकर वन विभाग भी हाईअलर्ट मोड पर है. मेरठ में तो ग्रेडेड एक्शन प्लान के साथ रेस्पॉन्स टीम का गठन कर दिया गया है. जिला वन अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि पिछले एक दशक से वायु की शुद्धता बेहद खराब रही है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी लगभग 15 दिन से एक्यूआई बहुत ही खतरनाक स्तर पर है. इसका सीधा असर ईको सिस्टम पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि प्रवासी पक्षियों को लेकर वन विभाग चिंतित है. डीएफओ राजेश कुमार के मुताबिक, ये शोध का विषय है कि प्रवासी पक्षियों पर प्रदूषण का कितना असर पड़ रहा है.
जिला वन अधिकारी का कहना है कि बर्ड्स को सेफ इनवायरमेंट देना वन विभाग का संकल्प है. डीएफओ ने बताया कि सारस गणना को लेकर भी वन विभाग युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है. रेस्क्यू सेंटर को लेकर सेंट्रल जू एथॉरिटी का मास्टर लेआउट प्लान एप्रूव कर दिया गया है. मेरठ में जू को लेकर भी काम किया जा रहा है. साथ ही डॉल्फिन्स की गणना को लेकर फील्ड स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है.
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लगातार कई दिनों से मेरठ में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. इसे देखते हुए मेरठ नगर निगम की गाड़ी शहर में घूम-घूमकर पानी का छिड़काव कर रही है. विशेष तौर पर पानी के छिड़काव के लिए बनी गाड़ी से शहर भर में स्प्रे किया जा रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही वायु प्रदूषण के हालात पर नियंत्रण पाया जा सकेगा ताकि आम इन्सान के साथ-साथ पशु पक्षी भी राहत की सांस ले सकें.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.Tags: Air Quality Index AQI, Forest department, Meerut news
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