शाश्वत सिंह/झांसी. झांसी के राजकीय संग्रहालय को अब आधुनिक बनाया जा रहा है. वैश्विक स्तर के पर्यटकों को लुभाने और बुंदेलखंड के इतिहास से अवगत कराने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत संग्रहालय का कायाकल्प किया जा रहा है. 1978 में स्थापित यह संग्रहालय बुंदेलखंड क्षेत्र का एकमात्र राजकीय संग्रहालय है. यहां बुंदेलखंड में पाई जाने वाली सभी दुर्लभ वस्तुएं संग्रहित कर रखी गई हैं.अब संग्रहालय को डिजिटल किया जा रहा है. संग्रहालय में ऑटोमेटिक स्क्रीन लगाई जा रही है, जो वहां रखी वस्तुओं की जानकारी देगी. इसके साथ ही यहां एक क्रोमा स्क्रीन लगाई गई है, जिसमें विभिन्न बैकग्राउंड के साथ तस्वीर खींच सकते हैं. साथ ही दो साइकिल भी यहां लगाई गई है. पर्यटक इस साइकिल पर बैठकर बुंदेलखंड की सड़कों पर घूमने का अनुभव ले सकते हैं. यहां का मुख्य आकर्षण एक अनोखा हेलीकॉप्टर होगा. इस हेलीकॉप्टर में एक साथ चार पर्यटक बैठकर ऐतिहासिक स्थल का अनुभव कर सकते हैं. ये उड़ेगा नहीं, लेकिन आपको हवा में बैठकर बुंदेलखंड घूमने का एहसास मिलेगा.इसी माह से शुरू हो सकता है संग्रहालयसंग्रहालय के निदेशक मनोज कुमार गौतम ने बताया कि यहां पर नए अनुभव के साथ पर्यटकों को इतिहास जानने का मौका मिलेगा. झांसी के मंडलायुक्त डॉ. आदर्श सिंह ने बताया कि झांसी को म्यूजियम का शहर बनाया जा रहा है. ध्यानचंद म्यूजियम का उद्घाटन हो चुका है. जल्द ही राजकीय संग्रहालय और स्पेस म्यूजियम का उद्घाटन किया जाएगा..FIRST PUBLISHED : October 3, 2023, 22:06 IST
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