आदित्य कृष्ण/अमेठी. अमेठी में बाल विकास विभाग ने कुपोषण को दूर करने की जिम्मेदारी ली है. बाल विकास विभाग की तरफ से 6 सामग्रियों से युक्त एक पोषण पोटली का वितरण किया जा रहा है. इस पोषण पोटली में शरीर के लिए लाभदायक खाद्य सामग्रियां शामिल है. खासकर के गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को इस पोषण पोटली को दिया जा रहा है. विभाग का उद्देश्य है कि जिले से कुपोषण को दूर किया जाए .अमेठी के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहुओं की माध्यम से इस पोषण पोटली का वितरण किया जा रहा है. पोषण पोटली में तेल, दाल, चना, प्रोटीन युक्त चावल, गेहूं की दलिया का वितरण किया जा रहा है.कुपोषित बच्चों को किया जा रहा चिन्हितइस पोषण पोटली को 7 माह से 3 वर्ष के बच्चों और 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को दिया जा रहा है. इसके साथ ही जो बच्चे अति कुपोषित या फिर सामान्य रूप से कुपोषित हैं. उनको भी चिन्हित कर गांव-गांव आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से इसे वितरित कराया जा रहा है. जिससे उनकी कुपोषण की समस्या दूर हो सके और वे सुपोषण की तरफ बढ़ सकें.पोषण पोटली से हो रहा गरीबों को लाभजिला कार्यक्रम अधिकारी डां संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस पोषण पोटली से लाभार्थियों को काफी फायदा हो रहा है. उनके प्रोटीन में बढ़ोतरी हो रही है इसके साथ ही शासन की मंशा है कि कुपोषण को दूर किया जा सके और अमेठी में जो कुपोषित बच्चों की संख्या है उसे खत्म किया जा सके..FIRST PUBLISHED : June 28, 2023, 23:00 IST
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