अमेठी. अमेठी जनपद में करोड़ों रुपए खर्च कर स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए सामुदायिक शौचालय हाथीदांत साबित हो रहे हैं. सामुदायिक शौचालय का उपयोग आम जनमानस नहीं कर पाता. हैरान कर देनेवाली बात यह है कि जब कोई भी वीआईपी निरीक्षण होता है. तभी सामुदायिक शौचालय का दरवाजा खोला जाता है. वहां पर साफ-सफाई की जाती है. इसके बाद फिर सामुदायिक शौचालय में ताला लगाकर उसे बंद कर दिया जाता है. विभागीय अधिकारियों को शिकायत करने के बाद समस्या का समाधान नहीं हो रहा. ऐसे में विभागीय अधिकारी कैमरे पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.आपको बता दें कि जब न्यूडिटी लोकल ने सामुदायिक शौचालयों का जायजा लिया तो कई ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बंद दिखे. गौरीगंज के पहाड़गंज पंडरी संभावा सैठा बाहापुर के साथ जामो विकास खंड के भोएं रामपुर नौरंगाबाद, जामो के साथ जायस तिलोई, बहादुरपुर सहित कई ग्राम पंचायतों के सामुदायिक शौचालयों में ताला लटकता है. ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत ग्राम प्रधान के साथ खंड विकास अधिकारी और पंचायत सचिव से की. लेकिन लिखित और मौखिक शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. आज तक सामुदायिक शौचालय का उपयोग आम जनमानस नहीं कर पा रहा.
ग्रामीण मोहम्मद आवेश हनफी ने बताया कि बनने के बाद से सामुदायिक शौचालय का उपयोग नहीं हो सका है. सामुदायिक शौचालय बनाने का सिर्फ एक मकसद था ग्रामीणों को खुले में शौच के लिए न जाना पड़े. लेकिन सामुदायिक शौचालय में ताला लगा है. कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी. लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. एक महिला शीला देवी ने बताया कि 2 साल से बंद है. लेकिन कभी इसका ताला नहीं खुलता है. हम लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. हमलोगों को दिक्कत होती है. लेकिन उसके बाद भी विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. हमारी मांग है इसको शुरू कराया जाए. वहीं अपर जिला पंचायत राज अधिकारी रतन कुमार ने कहा कि सभी सामुदायिक शौचालय चल रहे हैं. लेकिन जहां पर जो भी शिकायत है, वहां पर अगर विभागीय लापरवाही सामने आती है. तो जिस स्तर पर लापरवाही हुई होगी उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 14, 2023, 23:43 IST
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