अमेठी: जल संरक्षण के लिए चलाई जा रही सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना विभागीय उदासीनता के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. इसे अधिकारियों की लापरवाही कहें या विभाग की उदासीनता लेकिन बात सोलह आने सच है. जिले के 682 ग्राम पंचायतों में हजारों की संख्या में बन रहे अमृत सरोवरों का समय बीतने के बाद भी निर्माण नहीं पूरा हो पाया है.विभाग का दावा है कि लगातार काम जारी है परंतु हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस अमृत सरोवर को मॉडल बनाया जाना था. उस अमृत सरोवर का भी काम अधूरा है और वहां पर अव्यवस्थाओं का अंबार है.682 गांव पंचायतों में 1364 अमृत सरोवरों का होना था निर्माणअमेठी जनपद के चार तहसीलों में 682 ग्राम पंचायत है. प्रत्येक गांव में दो अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कराया जाना था. लक्ष्य के सापेक्ष पूरे जनपद में 1364 स्थान चिन्हित किया जाना था . जहां पर अमृत सरोवर बनने थे.जिनमें महज 959 स्थानों पर ही अमृत सरोवर बनाने के लिए जगह चिन्हित की गई . हैरान करने वाली बात यह है कि इन अमृत सरोवर में 91 अमृत सरोवरों का निर्माण पूरा हुआ है . इसके साथ ही सिर्फ 193 सरोवरों पर ही काम शुरू हो पाया है. यह आंकड़ा विभागीय है. वहीं जल संरक्षण को लेकर भी विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहा है . विभागीय अधिकारी अपने बचाव में बयानबाजी करते नजर आ रहे है.विभाग का दावा : निर्माण की गति नहीं है सुस्तमनरेगा के उपायुक्त अशोक कुमार सिंह ने कहा कि रफ्तार सुस्त नहीं है. लगातार सभी अमृत सरोवरों पर काम चल रहा है और हमारा प्रयास है कि अमृत सरोवर जहां-जहां बन रहे हैं. वहां के आसपास नालों से उनको जोड़ा जाए ताकि वहां पर जल संरक्षित किया जा सके. कभी -कभी बजट के अभाव में कार्य रुक जाता है. मेरा प्रयास है कि कहीं भी कार्य रुकने की स्थिति नहीं हो .विभाग द्वारा किया जा रहा धन का दुरुपयोगजल बिरादरी के अध्यक्ष अर्जुन पांडे ने बताया कि मैं लगातार जनपद में जल संरक्षण का मुद्दा उठाते रहता हूं. अभी सरोवर बनने से मुझे कोई परेशानी नहीं है. हजारों की संख्या में अमृत सरोवर और बनने का दावा किया जाता है लेकिन वास्तविकता इससे कोसों दूर है. यहां सिर्फ पिकनिक प्लेस बनाए जा रहे हैं और इससे जो अपार धन की हानि होगी उससे बहुत बड़ा नुकसान होगा . इन सरोवरों का निर्माण तकनीकी विशेषज्ञों की राय से होना चाहिए था .ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : March 17, 2023, 19:59 IST
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