Chaturanga Dandasana Benefits: आज हम आपके लिए चतुरंग दंडासन के फायदे लेकर आए हैं. ये आसन दिखने में एक पुश-अप जैसा दिखता है, लेकिन दोनों के बीच बहुत अंतर है, इसे प्लैंक पोज भी कहा जाता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि चतुरंग दंडासन आपके शरीर का सही ढंग से गठन करने में मदद करता है. चतुरंग दंडासन की खास बात ये है कि यह रीढ़ की हड्डी को समर्पित आसन है, जो रीढ़ की हड्डी को सीधा रख कर किया जाता है. इस आसन में आपके शरीर का पूरा भार आपके दोनों हाथ और पैरों के पंजे पर होता है.
चतुरंग दंडासन करने का तरीका- How to do Chaturanga Dandasana
सबसे पहले आपको योगा मैट पर पेट के बाल लेट जाना है.
इसके बाद भुजंगासन के जैसे हाथों को जमीन पर रखना है.
इस दौरान आप पैरों की उंगलियों को जमीन की ओर रखें.
याद रखें कि इस दौरान अपने शरीर का वजन उन उंगलियों पर रखें.
इसके बाद धीरे-धीरे दोनों घुटनों को ऊपर करें.
अब सांस अंदर खींचते हुए हाथों पर वजन लाएं.
हाथ के ऊपरी हिस्से और हाथ के नीचे के हिस्से, दोनों के बीच में 90 डिग्री का कोण होना जरूरी है.
इस दौरान अपनी बॉडी को फर्श के समांतर रखें.
आधा मिनट इसी पोजीशन में रहें और फिर वापस पहली अवस्था में आ जायें.
कम से कम 5 से 10 मिनट तक इसका अभ्यास करें.
सावधानियां
कंधे, कलाई और पीठ में दर्द होने पर इसे न करें.
गर्भावस्था के दौरान इसे न करें.
कोहनी में कोई दर्द है, तो इसे न करें.
चतुरंग दंडासन के जबरदस्त लाभ- Amazing Benefits of Chaturanga Dandasana
चतुरंग दंडासन से एब्स टाइट होते हैं, जिससे पेट एकदम फिट लगता है.
हाथ की कलाई को मजबूत करने में मदद करता है.
कंधे, पीठ और पैर की मांसपेशियों को मजबूत करता है.
पीठ और कंधे का दर्द कम करने में मददगार है.
दिमाग और मांसपेशियों के बीच कनेक्शन को स्थापित करता है.
चतुरंग दंडासन को नियमित करने से मन शांत रहता है.
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