विकाश कुमार/ चित्रकूट : धर्मनगरी चित्रकूट में कल आषाढ़ मास की अमावस्या का विशेष महत्व होता है. इस दिन लाखों के तादाद में श्रद्धालु धर्म नगरी चित्रकूट पहुंचकर मां मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना करते हैं. ऐसे में अमावस्या को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है और सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम भी कर लिए हैं.
अमावस्या के दिन प्रभु श्रीराम करते हैं मंदाकिनी नदी स्नान
बता दें कि कल धर्मनगरी चित्रकूट के रामघाट के तट में लाखों की तादाद में श्रद्धालु मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर मतगजेंद्रनाथ महाराज को जल चढ़ाएंगे और कामदगिरि की पूजा अर्चना कर उसकी परिक्रमा भी लगाएंगे. मान्यता है की अमावस्या के दिन प्रभु श्री राम मंदाकिनी नदी में स्नान करने आते हैं. जो भी इस पवित्र नदी में अमावस्या के दिन स्नान करता है उसके जन्म-जन्मांतर के सारे पाप धुल जाते हैं और उसको मोक्ष की प्राप्ति भी होती है.
पुजारी ने दी जानकारी
वहीं चित्रकूट के तोता मुखी हनुमान मंदिर के पुजारी मोहित दास ने बताया कि चित्रकूट में अमावस्या का विशेष महत्व है. क्योंकि चित्रकूट प्रभु श्री राम की तपोस्थली रही है और भगवान श्री राम मंदाकिनी नदी में ही वनवास के दौरान स्नान करते थे. ऐसी मान्यता है की अमावस्या के दिन प्रभु श्री राम चित्रकूट के मंदाकिनी नदी में स्नान करने आते हैं. इसी आस्था को लेकर चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में अमावस्या के दिन लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है और श्रद्धालु मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद तोता मुखी हनुमान के दर्शन और कामदगिरी की परिक्रमा करते हैं.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 15:43 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.