भारत में बुजुर्ग पुरुषों से ज्यादा बुजुर्ग महिलाएं कोई बात जल्द भूल जा रही हैं. इसमें अधिक संख्या ग्रामीण आबादी की है. देश में भूलने की बीमारी की जद में सर्वाधिक जम्मू -कश्मीर के लोग हैं. बीमारी की दृष्टि से यूपी देश में आठवें नंबर पर है.
यह खुलासा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 28,949 लोगों पर अध्ययन में हुआ है. इसमें बीएचयू, एम्स समेत 20 मेडिकल कॉलेज शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार 6.30% पुरुष डिमेंशिया की चपेट में हैं जबकि महिलाओं की संख्या 9.63% है.महिलाएं खुद पर नहीं रखती ध्यानप्रो. चक्रवर्ती ने बताया कि महिलाओं के अधिक डिमेशिया ग्रस्त होने के पीछे दो अहम कारण हैं. पहला शिक्षा की कमी व दूसरा उनकी औसत आयु का अधिक होना. महिलाएं खानपान पर ध्यान नहीं देती हैं. बीमारी को लेकर उनमें जागरूकता की कमी है.
2036 के बाद दोगुने हो जाएंगे रोगीरिपोर्ट के अनुसार देश में 88 लाख लोग डिमेशिया की चपेट में हैं. 2036 तक यह संख्या बढ़कर 1.68 करोड़ हो जाएगी. डिमेंशिया का कोई स्थायी इलाज नहीं है. यदि खान पान, जीवन शैली में बदलाव नहीं लाएंगे तो ये बीमारी खतरनाक हो सकती है.
क्या होती है यह बीमारीभूलने की बीमारी मस्तिष्क की कोशिकाओं के जुड़ाव में गड़बड़ी, चोट के कारण कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने या फिर बढ़ती उम्र से दिमाग की नसों में स्निग्धता की कमी से होता है. इसमें लोगों की याददाश्त कमजोर हो जाती है.
क्या सावधानी बरतें
बढ़ती उम्र के साथ नींद कम होने लगती है लेकिन कम से आठ घंटे जरूर सोने का प्रयास करें.
बच्चों के साथ खुद को व्यस्त रखें, उनकी बातें सुनें. उन्हें अपने अनुभवों की कहानियां सुनाएं.
सामाजिक दायरा बढ़ाएं और इसे बनाए रखें. ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिले जुले.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)