अल्जाइमर डिजीज एक प्रोग्रेसिव न्यूरोडिजेनेरेटिव बीमारी है जो मेमोरी, सोच और व्यवहार को प्रभावित करती है. अब, एक नए अध्ययन ने इस बीमारी के दो चरणों में दिमाग को नुकसान पहुंचाने के तरीके को उजागर किया है. नए शोध के अनुसार, अल्जाइमर रोग दिमाग को दो चरणों में नुकसान पहुंचा सकता है. यह शोध नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (NIH) द्वारा समर्थित है और इसमें अत्याधुनिक ब्रेन मैपिंग तकनीकों का उपयोग किया गया है.
शोधकर्ताओं ने बताया कि पहला चरण धीरे-धीरे और चुपचाप शुरू होता है, जब व्यक्ति को मेमोरी से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं. यह केवल कुछ कमजोर सेल्स को प्रभावित करता है. इसके विपरीत, दूसरा चरण अधिक व्यापक नुकसान करता है और इसके साथ ही अल्जाइमर के सामान्य लक्षण, जैसे प्लाक्स और टेंगल्स की तेजी से वृद्धि होती है.
एक्सपर्ट का क्या कहना?NIH के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एजिंग के निदेशक डॉ. रिचर्ड जे. होड्स ने कहा कि अल्जाइमर का एक चुनौतीपूर्ण पहलू यह है कि अधिकांश ब्रेन डैमेज तब होती है जब लक्षण अभी प्रकट नहीं हुए होते हैं. इस शोध के परिणाम हमें पहली बार यह समझने में मदद कर सकते हैं कि बीमारी के शुरुआती चरणों में दिमाग में क्या हो रहा है.
84 लोगों पर हुआ अध्ययनइस शोध में 84 लोगों के दिमाग का विश्लेषण किया गया और इसका परिणाम नेचर न्यूरोसाइंस में प्रकाशित हुआ है. शोध से पता चला है कि एक खास प्रकार का सेल (जिसे इनहिबिटरी न्यूरॉन कहते हैं) अल्जाइमर रोग के पहले चरण में सबसे अधिक प्रभावित होती है. इसके अलावा, शोध ने अल्जाइमर से दिमाग को होने वाले नुकसान के पहले से ज्ञात तथ्यों की पुष्टि की है और नए परिवर्तनों का पता लगाया है.
शोधकर्ताओं ने दिमाग के मिडिल टेम्पोरल गायरस हिस्से का अध्ययन किया, जो भाषा, मेमोरी और नजर को कंट्रोल करता है. उन्होंने पाया कि अल्जाइमर रोग का प्रभाव पहले धीरे-धीरे शुरू होता है, जिसमें दिमाग के इम्यून सिस्टम की सक्रियता और न्यूरॉन्स के सेल्स की मृत्यु जैसे बदलाव शामिल होते हैं. हालांकि, इस शोध में पाया गया कि दूसरा चरण, जिसमें मेमोरी से जुड़ी समस्याएं और अन्य लक्षण प्रकट होते हैं, अधिक तेजी से दिमाग को प्रभावित करता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.