लोकसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद समाजवादी पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसके लिए अनूठी पहले शुरू की है. वे पार्टी के नाराज नेताओं से खुद ही संपर्क करके उन्हें फिर से पार्टी में शामिल करने में जुट गए हैं.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि संगठन मजबूत होगा, तभी चुनावों में मजबूती से खड़ा हुआ जाएगा. उन्होंने कहा कि संगठन पहले है और पार्टी से जुड़ा हर कार्यकर्ता अहम है. उन्होंने कहा कि जमीन से जुड़े हर कार्यकर्ता का उतना ही सम्मान है जितना किसी बड़े अधिकारी और मंत्री का.
बता दें कि बदायूं के पूर्व सांसद सलीम इकबाल शेरवानी ने कुछ समय पहले किसी बात पर नाराज होकर 18 फरवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद इस्तीफा दे दिया था. इसी प्रकार अलीगढ़ से सपा नेता योगेंद्र तोमर ने भी 21 फरवरी को राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया था.
चुनावों से पहले नाराज हुए इन नेताओं को मनाने के लिए अखिलेश यादव ने दोनों नेताओं को पत्र लिखकर अपना-अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया है.
अखिलेश यादव ने इन नेताओं को भेजे पत्र में लिखा है- “समाजवादी पार्टी को आप जैसे सफल राजनीतिज्ञ और श्रेष्ठ व्यक्ति की आवश्यकता है. हम आपको पूरा सम्मान देते हैं. मैं आगृह करता हूं कि आप समाजवादी पार्टी में रहकर यथावत हमारा पहले जैसा सहयोग करते रहें.”
उप चुनावों पर फोकसबता दें कि उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. चुनावों की घोषणा कभी भी हो सकती है. लोकसभा चुनाव की तरह उप चुनाव में भी बीजेपी को पटखनी देने के लिए अखिलेश यादव ने कमर कस ली है. पिछले दिनों लखनऊ स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा में सत्ता संघर्ष छिड़ा हुआ है, जिसके कारण राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो रही है.
यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रदेश में संभावित 10 विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आगाह करते हुए कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने में लगी है और उसके मातृ संगठन आरएसएस का एजेंडा लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही थोपना है.
सपा प्रमुख ने कहा कि इन दोनों की कोशिश है कि विधानसभा के उपचुनाव में साजिश करके जैसे तैसे लोकतंत्र की पवित्रता भंग की जाए. अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय, जातीय जनगणना के लिए प्रतिबद्ध है. पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों, महिलाओं, गरीबों की साझा ताकत के आगे भाजपा कहीं भी टिक नहीं सकती है.
Tags: Akhilesh yadav, Samajwadi party, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 21, 2024, 22:20 IST