ऐसे तैयार होती है “नवाबों के शहर” की खास किमामी सेवइयां, दिल्ली और मुंबई तक है डिमांड-ramadan-2024-this-is-how-special-kimami-sevaiyan-of-city-of-nawabs-is-prepared – News18 हिंदी

admin

ऐसे तैयार होती है "नवाबों के शहर" की खास किमामी सेवइयां, दिल्ली और मुंबई तक है डिमांड-ramadan-2024-this-is-how-special-kimami-sevaiyan-of-city-of-nawabs-is-prepared – News18 हिंदी



अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ : ईद की खुशी सेवइयों के बिना पूरी तरह से अधूरी है . बात करें लखनवी सेवइयों की तो इसका दीवाना पूरा देश है. यहां की किमामी सेवइयां उत्तर प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और महाराष्ट्र के साथ ही कोलकाता तक भेजी जाती है. इन राज्यों के लोगों नवाबों के शहर की सेवइयां को बेहद पसंद करते हैं.

रमजान शुरू होने के पहले से ही लखनऊ की फैक्ट्रियों में सेवइयां बनाने का दौर शुरू हो चुका है. इन दिनों 24 घंटे फैक्ट्रियों में सेवइयां बनाने का काम चल रहा है. इसके अलावा इन्हें पैक करके बाजार भी भेजा जा रहा है.

इसलिए खास है किमामी सेवइयांलखनऊ में सेवई बनाने की करीब 60 फैक्ट्री है. लखनऊ के एक बेहद मशहूर फैक्ट्री के मालिक उनैस ने बताया कि लखनवी सेवइयां किमामी ईद के लिए बेहद खास मानी जाती है. यहां जैसी सेवइयां किसी भी दूसरे राज्यों में खाने के लिए नहीं मिलेगी इसलिए इनकी मांग सबसे अधिक होती है.

इतना होता है डेली उत्पादनउनैस ने बताया कि किमामी सेवइयां खाने में बेहद मुलायम होती हैं. इसे कई दिनों तक रखा जाए तो भी खराब नहीं होती. इन दिनों फैक्ट्री में 24-24 घंटे मजदूर काम कर रहे हैं, ताकि दूसरे राज्यों में सही समय से लखनवी सेवइयां पहुंच सके. उन्होंने बताया कि लोग फैक्ट्रियों से संपर्क करके बड़ी संख्या में हर साल सेवइयों‌‌ को बुक कराने आते हैं ताकि अपनों तक इसे पहुंचाया जा सके. 15 से 20 क्विंटल सेवइयां रोज बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि सिर्फ दो दिन के अंदर ही 6 करोड़ से ज्यादा की सेवइयां लोग बुक करा चुके हैं.

इस तरह तैयार होती हैं किमामी सेवइयांउनैस ने बताया कि सबसे पहले मैदा लेते हैं. उसे एक मशीन में डाल कर अच्छे से मिक्स किया जाता है . फिर दूसरी मशीन में जब मैदे को डाला जाता है तो मैदा सेवइयों के आकार में बनकर बाहर निकलता है. फि इसे पतले-पतले डंडो पर 5 से 7 घंटे तक धूप में सुखाया जाता है.. सूख जाने के बाद इसे धीमी आंच पर भट्टी में रखा जाता है. 8 घंटे बाद फिर बाहर निकालकर इसके ठंडे होने का इंतजार किया जाता है. फिर इसे पेपर में लपेटकर पैक करके बाजारों में भेज दिया जाता है.

लखनऊ में इतनी है कीमतनवाबों के शहर लखनऊ में सेवइयों का सबसे बड़ा बाजार अमीनाबाद, रकाबगंज और नक्खास हैं. यहां पर सेवइयों की कीमत अभी 40 से 70 रूपए किलो है जबकि 2023 में ईद के समय कीमत 30 रूपए से लेकर 40 रूपए किलो थी. ईद आने तक इनकी कीमतों में और बढ़ोतरी होने की संभावनाएं यहां के व्यापारियों ने जताई है.
.Tags: Food 18, Life18, Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 6, 2024, 16:46 IST



Source link