लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में किसानों ने केले की खेती से शानदार मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है. जहां एक ओर पारंपरिक गन्ने की खेती से कई किसान परेशान हो रहे हैं, वहीं अब केले की खेती ने उनके लिए एक नई राह खोली है. यह बदलाव किसानों के लिए कम लागत और कम मेहनत में बेहतर लाभ का कारण बन रहा है. ऐसी ही एक किसान है जयपाल, जिनके बारे में आज हम बात करेंगे. उन्होंने पहले कम जमीन पर केला लगाया लेकिन मुनाफा होने के बाद खेती का रकबा बढ़ा दिया.
तीन बीघे से की थी शुरुआतकिसान जयपाल की कहानी भी इस बदलाव का एक बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने तीन बीघा जमीन पर केले की खेती शुरू की थी और पहले ही बीघे से लाभ मिलने के बाद उन्होंने धीरे-धीरे अपने खेतों में केले की खेती का रकबा बढ़ाया. जयपाल के अनुसार, केले की खेती से उन्हें गन्ने की खेती की तुलना में कहीं अधिक फायदा हो रहा है. इसे देखते हुए अब उनका फोकस केले की खेती पर ही है.
कई किसान आजमा रहे हैं किस्मतपिछले 10 वर्षों में, लखीमपुर जिले के कई किसान गन्ने के साथ-साथ केले की खेती में भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. खासतौर पर धौरहरा क्षेत्र में लगभग 30 प्रतिशत किसान अब केले की खेती कर रहे हैं और गन्ना किसानों के मुकाबले वे अधिक लाभ कमा रहे हैं. इस बदलाव ने न केवल इलाके की पहचान को बदला है, बल्कि केले के उत्पादन के लिए नए अवसर भी पैदा किए हैं.
यहां से मिल रही मददइस प्रक्रिया को और प्रोत्साहित करने के लिए, उद्यान विभाग किसानों को प्रति एकड़ 30 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रहा है. जिला उद्यान अधिकारी मृत्युंजय सिंह के अनुसार, निघासन, धौरहरा और अन्य क्षेत्रों में यह अनुदान किसानों को केले की खेती की ओर आकर्षित कर रहा है. इस प्रकार, लखीमपुर में केले की खेती अब किसानों के लिए न सिर्फ एक विकल्प बन चुकी है, बल्कि यह उनके लिए आर्थिक समृद्धि का नया रास्ता भी बन रहा है.
Tags: Lakhimpur Kheri, Local18, News18 uttar pradeshFIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 13:39 IST