आगरा. एक साल पहले 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इसमें आगरा के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी शहीद हुए थे. इस हादसे में सीडीएस रावत समेत 12 जवानों की शहादत हुई थी. इस हादसे को गुरुवार को 1 साल पूरा हो गया. शहीद के परिजन शहीद को नम आंखों से याद कर रहे हैं, लेकिन आगरा का कोई भी जनप्रतिनिधि या फिर अधिकारी शहीद के बूढ़े मां बाप को सांत्वना देने के लिए भी नहीं पहुंचा. इस बेरुखी से शहीद के माता-पिता आंसू छलक आए.बता दें कि शहीद पृथ्वी सिंह चौहान की शहादत के दिन खुद सीएम योगी आदित्यनाथ उनके परिवार को ढांढस बंधाने के लिए आगरा भी पहुंचे थे. हालांकि एक साल पूरा होने के बाद आगरा के प्रशासनिक अधिकारी और नेता इस मौके पर उनके घर झांकने भी नहीं आए हैं.पूरे नहीं हुए वायदे और नहीं मिला शहीद को सम्मानविंग कमांडर पृथ्वी सिंह के माता-पिता की उम्र 70 साल से ऊपर हो गई है. अपने शहीद बेटे को सम्मान दिलाने के लिए बूढ़े मां बाप लाचार हैं. पिता सुरेंद्र सिंह का कहना है कि उस वक्त केंद्र और राज्य सरकार में शहीद के लिए सहायता राशि के अलावा, शहीद के नाम पर सड़क, स्मारक, पार्क, जमीन और भगवान टॉकीज चौराहे का नाम बदलकर शहीद पृथ्वी सिंह के नाम पर रखने का वादा किया गया था. अभी तक केवल पत्नी को 35 लाख और मां-बाप को 15 लाख रुपए ही दिए गए हैं. जबकि कई वायदे अधूरे हैं.शहीद बेटे को याद कर फूट-फूट कर रोए माता पिताशहीद के पिता सुरेंद्र सिंह और माता सुशीला देवी ने नम आंखों से कैमरे पर आपबीती बताई. बस उनकी यही अंतिम इच्छा है कि अपने जीते जी इकलौते शहीद बेटे को उसका हक मिल सके,जिसका वह हकदार था. शहीद के नाम का स्मारक, जमीन, आश्रित नौकरी और उनकी कॉलोनी का नाम शहीद के नाम पर हो जाए. हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों के सुस्त रवैया के चलते शहीद को उचित सम्मान अभी तक नहीं मिला है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 08, 2022, 18:23 IST
Source link