आगरा. अभी तक आपने भारत के आधुनिक सिक्के ही देखे होंगे, लेकिन आगरा जाकर आपके पास 2000 साल पुराने और देश के प्राचीन सिक्के व नोट देखने का मौका 5 से 7 फरवरी के मध्य उपलब्ध होगा. एक दौर था जब लेन-देन के लिए कहीं कौड़ी तो कहीं सोने और चांदी के तार प्रचलन में थे, लेकिन धीरे-धीरे सभ्यता आगे बढ़ी तो लेनदेन के लिए सिक्कों का चलन शुरू हुआ. इन सिक्कों को बनाने के लिए सोने, चांदी, स्टील और कहीं तांबे का इस्तेमाल होने लगा. यदि आप भी इन नोटों और सिक्कों का दीदार करना चाहते हैं तो आपको आगरा जाना होगा.मधु नगर के रहने वाले रवि कुमार वर्मा आगरा मुद्रा सोसाइटी के सेक्रेटरी हैं. यह सोसाइटी कई सालों से बेहद प्राचीन मुद्राएं इकट्ठा करने का काम कर रही है. रवि कुमार बताते हैं कि प्रदर्शनी में आठवीं से 12वीं तक के छात्रों और विभिन्न कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओं के लिए प्रवेश निःशुल्क रखा जाएगा. 5 से 7 फरवरी के मध्य सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक विद्यार्थियों के साथ आम नागरिक भी प्रदर्शनी में इन मुद्राओं को देखने के लिए आ सकते हैं.बता दें कि G20 समिट के तहत इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आप प्राचीन सिक्कों, मैडल, मुद्राओं और अशर्फी को देखकर जानकारी हासिल कर सकते हैं. आगरा विश्वविद्यालय में यह मुद्रा की पहली प्रदर्शनी है.2000 साल पुरानी मुद्राओं का दीदार होगा संभवरवि कुमार वर्मा बताते हैं कि आज से 2000 साल पहले हमारे पास कैसी मुद्राएं चलती थी. वह सोने की थीं या चांदी की या फिर तांबे की हुआ करती थीं. इनके बारे में लोगों को बेहद कम जानकारी होती है. ऐसे में हमने इस प्रदर्शनी में 1000 से 2000 साल पुरानी मुद्रा रखी जाएंगी. साथ ही बताया कि चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में सोने की मुद्रा चलती थीं. इसके अलावा मराठा साम्राज्य, दिल्ली सल्तनत, मुगलकालीन, ब्रिटिश कालीन मुद्राओं के अलावा, कई राज्यों के सेनापतियों को युद्ध जीतने के बाद जो मेडल दिया जाता था, उसको भी इस प्रदर्शनी में रखा जाएगा .ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 01, 2023, 14:15 IST
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