सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : भगवान रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के लिए तीन अलग-अलग अचल प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है. मूर्ति कला के विशेषज्ञ राम लला की अचल मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं. ऐसे में अब जैसे-जैसे मंदिर के प्रतिष्ठा की तिथि करीब आ रही है. वैसे-वैसे ही मूर्ति के स्वरूप को लेकर भी लोगों के मन में व्याकुलता बढ़ती जा रही है. हर राम भक्त के मन में यह लालसा है कि वह अपने आराध्य के बना रहे भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले रामलाल के दर्शन कैसे करेंगे. शायद यही वजह है कि अब उनका इंतजार समाप्त होने वाला है और भव्य मंदिर में दिव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी. इसको लेकर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में बन रही तीन प्रतिमाओं में से एक प्रतिमा पर अंतिम मोहर लगाएगा.हालांकि राम मंदिर के गर्भ गृह में 51 इंच की रामलला की बाल स्वरूप प्रतिमा कमल दल पर सवार होगी और इस प्रतिमा को बाल सुलभ शास्त्र संवत मूर्ति कला के विशेषज्ञ बना रहे हैं. सबसे विशेष मूर्ति को राम लला के मंदिर में विराजमान कराया जाएगा. मूर्ति निर्माण को लेकर इस बार विशेष सतर्कता बरती जा रही है.90 % पूरा हुआ मूर्तियों का निर्माणमूर्ति निर्माण में लगे मूर्ति कला के विशेषज्ञ मूर्तियों के निर्माण में तन-मन-धन लगाकर काम कर रहे हैं. सुबह से शाम तक मूर्तियों का निर्माण हो रहा है. मूर्तियों का निर्माण लगभग 90% पूरा हो चुका है. मूर्तिकारों की माने तो 30 अक्टूबर तक मूर्ति राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी. 22 जनवरी 2024 को रामलला भब्य मंदिर में विराजमान होंगे. मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा के लिहाज से तैयार किया जा रहा है.क्या है मूर्तिकारों की प्राथमिकता?मूर्तिकार विपिन भदोरिया ने बताया कि रामलला की मूर्ति पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा सरप्राइज होगी. खूबसूरत रामलला की मूर्ति पहली ऐसी मूर्ति होगी. जिसको किसी ने देखा नहीं होगा. बाल स्वरूप 5 वर्षीय रामलला हाथ में धनुष लिए मूर्ति पर नजर आएंगे. रामलला की मूर्ति के सभी चिन्ह की भी नक्काशी की गई है. रामलला के मूर्ति निर्माण कार्य में लगे हुए मूर्तिकार विपिन भदोरिया ने कहा कि अनवरत रामलला की मूर्ति निर्माण का कार्य चल रहा है. इसके साथ ही मूर्तिकार किसी भी व्यक्ति से मुलाकात भी नहीं कर रहे हैं. हमारी प्राथमिकता है कि हम समय पर मूर्ति बना दें..FIRST PUBLISHED : October 16, 2023, 13:51 IST
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