Adam Zampa Mankading Video : मांकडिंग का वास्ता भारत के ही एक क्रिकेटर से है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड़ ने ही इस तरह से नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़े बल्लेबाज को आउट किया था. फिर बाद में कई बार इसका इस्तेमाल हुआ. जब दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल में जोस बटलर को इस तरह शिकार बनाया तो दुनियाभर के क्रिकेट पंडित इस पर बात करने उतर आए. कुछ ने तो इसे खेल भावना के खिलाफ तक करार दिया. अब ऐसी ही कोशिश ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी ने की. कोशिश तो नाकाम नहीं रही लेकिन क्रिकेट की ‘खेमेबाजी’ जरूर उजागर हो गई.
जम्पा ने की नाकामयाब कोशिश
ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर एडम जम्पा ने बिग बैश लीग में मांकडिंग से विरोधी खिलाड़ी को आउट करने की कोशिश की. वह इसमें कामयाब तो हुए लेकिन नियमों के आधार पर उनकी कोशिश सफल नहीं हो सकी. दरअसल, मांकडिंग से जुड़े भी नियम हैं लेकिन शायद जम्पा को पूरी जानकारी नहीं थी. उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. कुछ लोगों ने इसे अश्विन से जोड़कर भी शेयर किया.
अश्विन ने IPL में किया था इस्तेमाल
साल 2019 में मांकडिंग शब्द हेडलाइन बना. आईपीएल के उस सीजन में पंजाब के तत्कालीन कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने इसका इस्तेमाल करते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में जोस बटलर को इसी तरह आउट किया था. तब इसे लेकर भयंकर बवाल मचा. कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने अश्विन ने धोखेबाज तक कहा. आलोचकों में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग भी शामिल थे.
अब कहां गए पोंटिंग?
जब अश्विन ने बटलर को मांकडिंग आउट किया, तब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी रिएक्ट किया. इतना ही नहीं, दिल्ली कैपिटल्स से जब अश्विन जुड़े तो पोंटिंग ने बयान दिया कि वह इस तरह की हरकत को सहन नहीं करेंगे. उन्होंने टीम की ओर से खेलते हुए ऐसा नहीं करने की चेतावनी भी दे डाली थी. अब यह जरूर पूछा जा सकता है कि पोटिंग अपने ही देश के क्रिकेटर की इस हरकत पर कुछ टिप्पणी नहीं करेंगे?
Spicy, spicy scenes at the MCG.
Not out is the call…debate away, friends! #BBL12 pic.twitter.com/N6FAjNwDO7
— KFC Big Bash League (@BBL) January 3, 2023
दोहरा मापदंड क्यों?
अब बात क्रिकेट में गुटबाजी की. दरअसल, अगर यही वाकया किसी भारतीय क्रिकेटर से जुड़ा होता तो अभी तक ऑस्ट्रेलिया के ही खेमे वाले लोग उन्हें विलेन बना देते. विवाद एशियाई क्रिकेट से भी जुड़ा होता तो ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड तक के पूर्व खिलाड़ी मुखर हो जाते. जैसे अश्विन कई दिन तक सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग टॉपिक बने, ऐसा जम्पा के साथ नहीं हुआ. दरअसल, इसकी वजह गुटबाजी ही है. चूंकि मामला ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट से जुड़ा है, इसलिए कुछ हलचल उस खेमे में नहीं हो रही. ऐसे में सवाल उठता है कि इस तरह का दोहरा मापदंड क्यों?
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