भूपेंद्र राय/ अभिनेता ओमपुरी हिंदी सिनेमा के उन कलाकारों में से एक रहे थे. जिन्होंने अपने शानदार अभिनय से न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में खूब नाम कमाया. 18 अक्टूबर 1950 को हरियाणा के अंबाला में एक पंजाबी परिवार में जन्में ओमपुरी की दमदार आवाज और शानदार अभिनय के लिए लोगों ने उन्हें खूब प्यार दिया. यही वजह है कि उन्होंने अपने अलग-अलग किरदारों से पर्दे पर अमिट छाप छोड़ी.
ओमपुरी ने अपने फिल्म कॅरियर की शुरुआत 1972 में मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से की. लेकिन भारतीय सिनेमा में उनकी अलग पहचान 1980 में आयी पहलान निहलानी की ‘आक्रोश’ से बनी. इस फिल्म में शानदार अभिनय के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेअर अवार्ड दिया गया. इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अमरीश पुरी, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह और शबाना आजमी के साथ मिलकर कई यादगार फिल्में दीं, जिनमें ओमपुरी का अभिनय दमदार था.
कब और कैसे हुई ओमपुरी की मौत (Actor Om Puri died of heart attack) अभिनेता ओमपुरी ने 6 जनवरी 2017 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल का दौरा पड़ने से 66 साल की उम्र में उनका निधन हुआ था. ओम पुरी ने अपनी मौत की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी, बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपनी मौत के बारे में बताया था. ओम पुरी ने कहा था कि, ‘मौत का भय नहीं होता, बीमारी का भय होता है, जब हम देखते हैं कि लोग लाचार हो जाते हैं, बीमारी की वजह से दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं, उससे डर लगता है, मृत्यु से डर नहीं लगता. मृत्यु का तो आपको पता भी नहीं चलेगा. सोए-सोए चल देंगे. ये बात उन्होंने अपने निधन को लेकर कही थी. बता दें कि ओम पुरी का निधन सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर हुआ. ओम पुरी सोए सोए ही दुनिया से चले गए.
Heart attack symptoms and Causesजिस हार्ट अटैक ने ओमपुरी जैसे कलाकार को बॉलीवुड से छीन लिया वह बेहद खतरनाक होता है, आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में….
क्या है हार्ट अटैक (what is Heart attack) Johns Hopkins के मुताबिक, हार्ट अटैक का मेडिकल नाम मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) होता है. जिसमें दिल तक ऑक्सीजन और खून पहुंचाने वाली कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज आ जाती है. जिससे हार्ट मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और खून नहीं मिल पाता और वो डैमेज होने लगती है.
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कपिल देव को सीने में दर्द की शिकायत के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बाद में डॉक्टरों ने बताया था कि उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हुई थी. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर मरीज में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. जैसे-
सीने में दर्द तेज होना
पसीना आना
सांस फूलना
उल्टी, जी मिचलाना
चक्कर आना
अचानक थकान होना
सीने के बीच में कुछ मिनट तक तेज दर्द, भारीपन या सिकुड़न महसूस होना
दिल से कंधे, गर्दन, हाथ और जबड़े तक जाने वाला दर्द
धड़कन तेज या धीमी हो जाना
हार्ट अटैक के कारण – Causes of heart attack
हार्ट अटैक काफी खतरनाक होता है, जिसके कारण जान भी जा सकती है. हाल ही में एक्टर पुनीत राजकुमार और सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी हार्ट अटैक के कारण हुआ था. Johns Hopkins के अनुसार, हार्ट अटैक आने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं. नीचे जानिए उनके बारे में….
खराब जीवनशैली
हाई ब्लड प्रेशर
हाई कोलेस्ट्रॉल
हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री
डायबिटीज
धूम्रपान और शराब का सेवन
अत्यधिक तनाव में रहना
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
यदि आपको कोई हृदय रोग हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
हेल्दी डाइट लें और वजन को कंट्रोल में रखें
धूम्रपान न करें और रोज एक्सरसाइज जरूर करें
ज्यादा तनाव न लें, अगर तनाव है तो उसे दूर करें
यदि आपको मधुमेह हो तो उसके लिए सलाहित दवाइयों का उपयोग करें.
अपने रक्त के शुगर के स्तर की जांच कराते रहें.
कैसे किया जाता है हार्ट अटैक का इलाजहार्ट अटैक आने के बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी की जाती है. यह एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है. मेडिकल भाषा में इन रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी आर्टरीज़ कहते हैं. डॉक्टर अक्सर दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्याओं के बाद एंजियोप्लास्टी का सहारा लेते हैं. यह काफी अच्छी ट्रीटमेंट है.
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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