बीमारी के मारे, ये सितारे/सुरेंद्र अग्रवाल: Mirzapur वेबसीरीज में मुन्ना भैया के जिगरी दोस्त ललित ने खूब वाहवाही पाई थी. लेकिन 2 दिसंबर को घर के बाथरूम में Mirzapur के ‘ललित’ यानी ब्रह्मा मिश्रा (Brahma Mishra Death) मृत मिले. सबसे बड़ी बात ये है कि उन्हें तीन दिन पहले सीने में दर्द उठा था, जिसके बाद डॉक्टर ने उसे गैस का दर्द समझकर दवा दे दी थी. यह जानकारी दैनिक भास्कर के हवाले से दी गई है. उसी रात को उनकी मौत मानी जा रही है. आपको बता दें कि हार्ट अटैक एक सीरियस इमरजेंसी सिचुएशन है, जिसे पहचानने में गलती करना जानलेवा साबित हो सकता है. इसलिए हार्ट अटैक के लक्षणों (Symptoms of Heart Attack) के बारे में पता होना बहुत जरूरी है.
Brahma Mishra Death: हार्ट अटैक के लक्षणमिर्जापुर में ललित का किरदार निभाने वाले ब्रह्मा मिश्रा को हार्ट अटैक आया था, जिसे डॉक्टर ने गैस का दर्द समझने की गलती की. आप ये गलती ना कर बैठें, इसलिए हार्ट अटैक के सही लक्षण (Heart Attack Symptoms) जान लें.
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1. सीने में दर्द या असहजतासीडीसी के मुताबिक, हार्ट अटैक में मरीज के सीने के बीच व दाईं तरफ असहजता व दर्द होने लगता है. जो कि काफी देर तक रहता है और आता-जाता रहता है. हार्ट अटैक में हुए सीने के दर्द में अनियंत्रित प्रेशर, सिकुड़न, भारीपन और दर्द का मिला-जुला गंभीर भाव महसूस हो सकता है.
2. कमजोरी, सिर घूमना या चक्करसीडीसी कहता है कि, हार्ट अटैक में सीने के दर्द के साथ अचानक कमजोरी महसूस हो सकती है. जो कि सिर घूमने या चक्कर आने जैसी फीलिंग भी ला सकती है.
3. सांस फूलनासीने में दर्द या असहजता के साथ सांस भी फूलने लगती है. क्योंकि, शरीर में ब्लड फ्लो नकारात्मक रूप से प्रभावित होने लगता है. सांस फूलना आमतौर पर सीने में दर्द के साथ शुरू होता है, लेकिन यह समस्या दर्द से पहले भी हो सकती है.
हार्ट अटैक के अन्य लक्षण
पसीना आना
जबड़े, गर्दन और पीठ में दर्द या असहजता
एक या दोनों हाथ व कंधों में दर्द या असहजता, आदि
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Heart Attack First Aid: हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर क्या करें?हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर तुरंत एंबुलेंस को बुला लेना चाहिए या फिर सबसे नजदीकी अस्पताल में ले जाएं. कुछ गंभीर मामलों में मेडिकल हेल्प मिलने तक मरीज को CPR देते रहें. जिसके लिए निम्नलिखित कदम उठाएं.
सबसे पहले मरीज को सीधा लेटाएं.
अब अपना एक हाथ उसके सीने के बिल्कुल बीच में रखें और दूसरा हाथ पहले हाथ के ऊपर रखें.
अब कोहनियों को सीधा रखते हुए कम से कम 30 बार सीने पर दबाव डालें.
अब उसकी ठुड्डी ऊपर करके और सिर पीछे करके सांस की नली को खोलें.
इसके बाद मुंह से मुंह मिलाकर सांस दें.
इसके बाद दोबारा सीना दबाने से लेकर प्रक्रिया दोहराएं.
ऐसा तबतक करें, जब तक कि मरीज को मेडिकल हेल्प नहीं मिल जाती.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.