गर्दिश में सितारे/भूपेंद्र राय- Kirron Kher suffering from Multiple Myeloma: पहले फिल्म और फिर छोटे पर्दे से अपनी पहचान बनाने वालीं किरण खेर लंबे समय बाद काम पर लौटेंगी हैं. वे जल्द ही इंडियाज गॉट टैलेंट के 9वें सीजन को जज करेंगी. बॉलीवुड की कई बेहतरीन फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों को अपना दीवाना बनाने वालीं किरण खेर इंडियाज गॉट टैलेंट शो में वापसी करने को लेकर काफी एक्साइटेड हैं. एक समाचार एजेंसी से बातचीत में किरण खेर ने कहा- ये शो हमेशा मेरे दिल के काफी करीब रहा है. रियलिटी शो के साथ ये मेरा 9वां साल है. कैंसर की वजह से किरण खेर काफी समय तक काम से दूर रहीं.
68 वर्षीय बॉलीवुड एक्ट्रेस और भारतीय जनता पार्टी के चंडीगढ़ से सांसद किरन खेर जिस ब्लड कैंसर ( मल्टीपल मायलोमा) से पीड़ित हैं, वो बेहद खतरनाक होता है. जानिए इस खतरनाक कैंसर के लक्षण और इलाज…
क्या होता है Multiple myelomaMayo Clinic की एक रिपोर्ट के अनुसार, मल्टीपल मायलोमा एक प्रकार का कैंसर है, जो वाइट ब्लड सेल्स में बनता है, जिसे प्लाज्मा कोशिका कहा जाता है. मल्टीपल मायलोमा में, कैंसरग्रस्त प्लाज्मा कोशिकाएं बोन मैरो में जमा हो जाती हैं और स्वस्थ रक्त कोशिकाओं को बाहर निकालती हैं. प्लाज्म सेल्स के अंदर होने के कारण इसे मल्टीपल माइलोमा कहा जाता है. महिलाओं की तुलमा में पुरुषों में इस बीमारी का खतरा सबसे अधिक होता है.
Multiple myeloma के कारणडॉक्टरों द्वारा अभी तक इस बीमारी के होने के स्पष्ट कारण नहीं बता पाए हैं. हालांकि इसका मुख्य कारण 35 साल से अधिक उम्र, मोटापा, जेनेटिक, शरीर में कैल्शियम की कमी और एनीमियया को माना जा रहा है.
Multiple myeloma के लक्षण
हड्डियों में दर्द
कब्ज की समस्या
भूख में कमी
मानसिक धुंधलापन या भ्रम
थकान होना
वजन घटना
पैरों में कमजोरी या सुन्नता
अत्यधिक प्यास लगना
कैसे पता चलेगा आपको Multiple myeloma है?हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आपको मल्टीपल माइलोमा के लक्षण नजर आते हैं तो आप एक्स रे, सीबीसी, यूरिन की जांच, सीटी स्कैन, पीईटी स्कैन कराएं. इसके बाद डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं. आपको मल्टीपल माइलोमा है कि नहीं इसकी सटिक पुष्टि बायोप्सी द्वारा ही होती है, यह एक ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें ऊतक का एक छोटा सा नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से उसकी जांच की जाती है.
Multiple myeloma कितना घातक है?Multiple myeloma शरीर के लिए बेहद घातक साबित हो सकता है. इस कैंसर से ग्रस्त प्लाज्मा कोशिकाएं ‘एम प्रोटीन’ नामक एक खराब एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं, जो शरीर को कई तरह से क्षति पहुंचाते हैं. इससे ट्यूमर का विकास होना, गुर्दे व प्रतिक्षा को क्षति पहुंचाना और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. जब मल्टीपल मायलोमा फैलने लगता है और कैंसर की कोशिकाएं कई गुना बढ़ जाती हैं, तो शरीर में सामान्य लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स के लिए जगह नहीं बचती, जो संक्रमण का कारण बनती हैं. इलाज नहीं होने पर व्यक्ति की जान भी जा सकती है.
Multiple myeloma का इलाजइस कैंसर के इलाज के लिए दवाओं के साथ-साथ कीमोथेरिपी भी दी जा सकती है. यह पूरी तरह से डॉक्टर पर निर्भर करता है कि वह रेडएशन थेरेपी, ट्रांसप्लांट या सर्जरी को चुने. डॉक्टर इलाज का प्रकार मरीज की स्थिति और कैंसर की स्टेज को देखकर ही करता है.
ये भी पढ़ें: ‘गर्दिश में सितारे’ सीरीज के सभी आर्टिकल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.