सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: अक्सर आप ने देखा होगा की बैंक का नाम सुनते ही मन में धन संग्रहित करने वाली शाखा का विचार आता है. लेकिन धर्म नगरी अयोध्या में एक ऐसा अनोखा बैंक है, जिसमें धार्मिक पूंजी एकत्रित की जा रही है. ऐसे ही एक बैंक के बारे में आज हम आपको बताएंगे, जिसकी शाखाएं देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी हैं और वहां खाता खुलवाने के लिए आपको 5 लाख राम नाम की रकम देनी पड़ती है.
प्रभु राम की नगरी अयोध्या में एक ऐसा बैंक है, जो व्यक्ति को ईश्वर का सानिध्य प्रदान करवा रहा है. बैंक में भारत के ही नहीं बल्कि विदेश के लोगों ने भी अपने खाते खोल रखे हैं. भगवान राम के नाम का बैंक जिसमें खाता खोलने के लिए बड़ी पूंजी चाहिए. यहां 5 लाख सीताराम नाम लिखकर जमा करने पर बैंक में खाता खुलेगा. इस बैंक को राम नाम बैंक कहते हैं. जो लगभग 53 वर्ष पहले रामनगरी में शुरू हुआ था. जिसमें खाता खुलवाने वाले लोगों की संख्या लगभग 35 हजार से अधिक है. यहां 20000 करोड़ से ज्यादा राम नाम जमा किए गए हैं.
राम नाम का रखा जाता है हिसाब
पूरे देश के साथ-साथ विदेश में भी राम नाम बैंक की शाखा है. जिसमें प्रमुख रूप से अमेरिका, नेपाल, फीजी, लंदन शामिल है. श्री राम नाम बैंक में बहुत से अप्रवासी भारतीयों के खाते हैं. इस बैंक में बाकायदा पासबुक भी जारी की जाती है. जिसे लेकर लोग जब सीताराम नाम लिखकर जमा करते हैं, तो उसे इंट्री भी करवाते हैं. राम नाम बैंक के संचालक राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास हैं.
5 लाख सीताराम नाम लिखने वालों का खुलता है खाता
श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय राम नाम बैंक के मैनेजर पुनीत रामदास ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय श्री सीताराम बैंक की स्थापना 1970 में राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने की थी. अभी तक इस बैंक में डेढ़ सौ से ज्यादा शाखाएं हैं. 5 लाख बार राम नाम लिखने के बाद इस बैंक में खाता खोला जाता है. उसके बाद भक्त को पासबुक जारी की जाती है. निशुल्क उन्हें पेन और कॉपी दी जाती है. इतना ही नहीं इस बैंक में 20000 करोड़ से ज्यादा राम नाम की कॉपियां संग्रहित की गई हैं.
.Tags: Ayodhya, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : February 15, 2024, 09:19 IST
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