अंजू प्रजापति/रामपुर: जिला कारागार के बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद अब ऑनलाइन उपलब्ध हो गए हैं. जेल प्रशासन ने हाल ही में इस पहल की शुरुआत की, जिससे बंदियों को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनने का मौका मिला, बल्कि उनके बनाए गए एलईडी बल्ब और लेडीस सूट अब आम जनता के लिए ऑनलाइन खरीदने के लिए उपलब्ध हैं. यह कदम बंदियों के कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है.
रामपुर जिला कारागार में लगभग 800 बंदी अपनी सजा काट रहे हैं, लेकिन इन बंदियों को केवल सजा नहीं, बल्कि उनके हुनर को निखारने के लिए भी मौके दिए गए हैं. जेल प्रशासन ने कुछ माह पहले बंदियों को एलईडी बल्ब बनाने और कारचोब से लेडीस सूट तैयार करने का प्रशिक्षण दिया था. इसके बाद से बंदी इन उत्पादों को बना रहे हैं, जो अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बिक रहे हैं.
इसके लिए जेल प्रशासन ने अमेजन और अन्य प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर पंजीकरण कराया है, जिससे अब ये उत्पाद आसानी से खरीदे जा सकते हैं. इन उत्पादों का नाम ‘ईएसी इंडिया’ के तहत बेचा जा रहा है और यह प्रक्रिया पिछले कुछ दिनों से शुरू हो चुकी है. अब लोग इन बल्बों और सूटों को घर बैठे खरीद सकते हैं, जो बंदियों की मेहनत और हुनर का प्रतिफल है.
बंदी रोजाना 6-6 घंटे मेहनत करते हैं, जिनमें से कुछ बंदी एलईडी बल्ब बनाने का काम करते हैं, जबकि कुछ लेडीस सूट तैयार करते हैं. जेल प्रशासन का मानना है कि यह पहल बंदियों को सामाजिक पुनर्वास में मदद करेगी और उन्हें भविष्य में खुद का जीवन बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी.जेल अधीक्षक प्रशान्त मौर्य ने बताया कि इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं और जल्द ही फ्लिपकार्ट जैसी और वेबसाइट्स पर भी ये उत्पाद उपलब्ध होंगे. इस पहल से बंदियों को न केवल एक नया कौशल मिला है, बल्कि वे अपनी मेहनत से समाज में योगदान भी दे रहे हैं.यह पहल न केवल बंदियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश है कि हर इंसान के पास खुद को सुधारने और समाज के लिए कुछ अच्छा करने का मौका होता है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 14:43 IST