अब घर बैठे किसी भी मंदिर में इस एप की मदद से आप करवा सकते हैं पूजा, गरीबों को भी दे सकते हैं दानधम

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अब घर बैठे किसी भी मंदिर में इस एप की मदद से आप करवा सकते हैं पूजा, गरीबों को भी दे सकते हैं दानधम



अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ : अब आप देश के किसी भी कोने में बैठकर देश के किसी भी मशहूर मंदिर में अपने नाम से पूजा करा सकते हैं. वहां के दर्शन कर सकते हैं. आरती देख सकते हैं और तो और मंदिर में दान के साथ ही मंदिर के बाहर बैठे गरीबों को भी ऑनलाइन दान कर सकते हैं. यकीनन सुनने में आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन यह हकीकत है.

लखनऊ के आचार्य देव ने यह कमाल कर दिखाया है. उन्होंने एक मोबाइल एप बनाई है. जिसका नाम वर्चुअल एस्ट्रोलॉजी एंड मंदिर एप (VAMA) है. इस मोबाइल एप के जरिए आप घर बैठे ज्योतिष से अपनी कुंडली के बारे में सब कुछ जान सकते हैं. इसके साथ ही ऋण मुक्ति पूजा, काल सर्प दोष, बाल गोपाल संतान प्राप्ति, शनि शिंगणापुर में अपने नाम से अभिषेक, पितृदोष शांति पूजा, काशी की मंदिर में पूजा पाठ के साथ ही नेपाल के पशुपतिनाथ में भी पूजा करा सकते हैं और दर्शन कर सकते हैं और अपनी इस पूजा को लाइव होता हुआ भी देख सकते हैं.

सभी पुजारी के साथ मंत्रों का उच्चारण भी कर सकते हैं. यह सब कुछ संभव किया है. लखनऊ के रहने वाले आचार्य देव ने, आचार्य देव ने बताया कि उन्होंने इस मोबाइल एप्लीकेशन को उन्होंने कोविड -19 के दौरान बनाना शुरू किया था. डेढ़ साल में यह मोबाइल एप्लीकेशन बनकर तैयार हुई है. इसमें उनके साथ हिमांशु और मनु जैन भी जुड़े हुए हैं, जोकि टेक्निकल जानकारी रखते हैं. वह क्योंकि पीढ़ी दर पीढ़ी ज्योतिष के परिवार से आते हैं ऐसे में उनको टेक्निकल जानकारी वर्ष 2012 में हुई थी जब वह कुछ निजी कंपनियों के लिए ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श का काम देख रहे थे.

इस तरह काम करती है एप्लीकेशन

आचार्य देव ने बताया कि सबसे पहले आपको इस मोबाइल एप्लीकेशन को मोबाइल के प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से जाकर डाउनलोड करना होगा. डाउनलोड करने के बाद उसमें मांग रही आपकी सभी जानकारी भरनी होगी. इसके बाद ज्योतिष से सलाह लेनी है तो उसमें दिए गए विकल्प पर क्लिक करना होगा और अगर पूजा करानी है तो पूजा का एक विकल्प दिया गया है. उस पर क्लिक करना होगा.

इसके बाद सभी मंदिरों और पूजा की जानकारी आ जाएगी. जो भी पूजा आपको करानी है, जिस किसी भी मंदिर में करनी है. जिसके लिए वो मंदिर मशहूर है तो आप उसे चुन सकते हैं. उस पर अपनी जानकारी भरने के साथ ही ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं.

ऑनलाइन भुगतान 500 रूपए से शुरू है. इसके बाद उनकी टीम भक्तों से संपर्क करती है और बताती है कि आज उनकी पूजा है उन्हें स्नान करके बैठना है और पूजा देखते हुए पुजारी के साथ जो मंत्रों को बताया जाए उन्हें उच्चारण करते रहना है. इस तरह से व्यक्ति की पूजा पूरी हो जाती है और उसकी रिकॉर्डिंग करके भी उसे भेज दिया जाता है.

इसलिए बनाई मोबाइल एप्लीकेशनआचार्य देव ने बताया कि जब कोविड-19 चल रहा था तो मंदिर सुनसान पड़ी थीं. वहां के पुजारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया था. ऐसे में इस तरह के हालातो में भी मंदिरें चलती रहें इसीलिए इस मोबाइल एप्लीकेशन को बनाया है. इससे मंदिर और पुजारियों को भी फायदा होगा, साथ ही जिनके बड़े बुजुर्ग आने-जाने में असमर्थ हैं या जिनके पास यात्रा करने का वक्त नहीं है उन्हें भी घर बैठे ही आसानी से सारी सुविधा मिलेगी.
.FIRST PUBLISHED : September 02, 2023, 17:09 IST



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