Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 16, 2025, 13:09 ISTडॉ. पूनम गुप्ता की पुस्तक “महान वीरांगनाओं की गाथाएं” को Worldwide Book of Records में स्थान मिला. आठ साल की मेहनत से लिखी इस किताब में 1367 स्वतंत्रता सेनानी वीरांगनाओं की कहानियां संकलित हैं. सीएम योगी आदित्य…और पढ़ेंX
लेखक डॉ. पूनम गुप्ता हाइलाइट्सडॉ. पूनम गुप्ता की पुस्तक को Worldwide Book of Records में स्थान मिला.पुस्तक में 1367 स्वतंत्रता सेनानी वीरांगनाओं की कहानियां संकलित हैं.सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं दीं.मुरादाबाद: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से जुड़ी डॉ. पूनम गुप्ता ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली 1367 वीरांगनाओं की गाथाओं को अपनी पुस्तक ‘महान वीरांगनाओं की गाथाएं’ में संकलित कर देश को समर्पित किया है. इस पुस्तक को लिखने में उन्हें आठ वर्ष लगे, जिसके दौरान उन्होंने संपूर्ण भारत का भ्रमण कर ऐतिहासिक तथ्यों को संकलित किया.डॉ. पूनम गुप्ता को पुस्तकें लिखने का शौक है. इससे पहले भी वह कई पुस्तकें लिख चुकी हैं, जिनमें कई धार्मिक पुस्तकें भी शामिल हैं. उनकी ये पुस्तकें हिंदी भाषा में प्रकाशित हुईं और पाठकों द्वारा खूब सराही गईं.
मुख्यमंत्री ने दी बधाईडॉ. पूनम गुप्ता की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें शुभकामना संदेश भेजा है. साथ ही, इस पुस्तक को वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (Worldwide Book of Records) में भी शामिल किया गया है, जिससे यह ऐतिहासिक योगदान और भी महत्वपूर्ण बन गया है. इस पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली वीरांगनाओं की अनसुनी कहानियों को शामिल किया गया है, ताकि नई पीढ़ी को भारत के संघर्ष और बलिदानों की गहराई से जानकारी मिल सके.
युवाओं को सेनानियों की गाथाओं से लेनी चाहिए प्रेरणाडॉ. पूनम गुप्ता ने कहा कि आज के युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गाथाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए, ताकि वे देश के इतिहास और बलिदान को बेहतर ढंग से समझ सकें.उनकी इस पुस्तक को शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने भी सराहा है. इसे देशभर के पुस्तकालयों और शिक्षण संस्थानों में उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन वीरांगनाओं के अदम्य साहस से प्रेरणा ले सकें.
Location :Moradabad,Uttar PradeshFirst Published :February 16, 2025, 13:09 ISThomelifestyleआठ साल की मेहनत और Worldwide Book of Records तक का सफर, जानें इस बुक की खासियत