Ishan Kishan: विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. वह अब आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे. आईपीएल 2025 के लिए हुए मेगा ऑक्शन में से पहले उन्हें मुंबई इंडियंस ने रिलीज कर दिया था जिसके बाद हैदराबाद की टीम ने उन्हें खरीद लिया. ईशान किशन को लेकर अब भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बयान दिया है. उनका मानना है कि ईशान किशन के पास आगामी आईपीएल 2025 में अपने करियर को पुनर्जीवित करने का सबसे बड़ा अवसर है.
सेलेक्टर्स नहीं दे रहा भाव
आकाश चोपड़ा ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि कैसे किशन बल्ले से अपनी सिद्ध क्षमता के बावजूद राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के रडार से पूरी तरह से गायब हो गए हैं. चोपड़ा ने अपने यू ट्यूब चैनल पर कहा, ‘किसी भी कारण से, वह रडार से पूरी तरह से गायब हो गए हैं. ऐसा लगता है कि कोई भी उनके बारे में बात नहीं कर रहा है या उनके महत्व को नहीं समझ रहा है. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भी खेला और वहां रन बनाए, वह सब कुछ कर रहे हैं, लेकिन कोई भी उनके बारे में बात नहीं कर रहा है.’
ऑक्शन में मिले इतने करोड़
मुंबई इंडियंस (MI) द्वारा रिलीज किए गए किशन को पिछले नवंबर में आईपीएल ऑक्शन में SRH ने 11.25 करोड़ रुपये में खरीदा था. हालांकि, एसआरएच के पास अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड के रूप में पहले से ही एक मजबूत ओपनिंग जोड़ी है, जो पिछले सीजन में सबसे विस्फोटक ओपनर में से एक थे. इसका मतलब है कि किशन को नंबर 3 की स्थिति में रखा जा सकता है. एक ऐसी भूमिका जो उन्होंने कभी-कभी निभाई है, लेकिन यह उनकी स्वाभाविक स्थिति नहीं है. दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ने वाले वनडे दोहरे शतक (131 गेंदों पर 210 रन) बनाने के बावजूद किशन को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया और शुभमन गिल को सलामी बल्लेबाज के रूप में प्राथमिकता दी गई. तब से उन्हें सभी फॉर्मेट्स में टीम में जगह पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है.
विकेटकीपर-बल्लेबाज श्रेणी में, ऋषभ पंत, केएल राहुल और संजू सैमसन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनसे बेहतर माना जाता है. किशन ने पिछले साल अपना बीसीसीआई केंद्रीय अनुबंध भी खो दिया था. चोपड़ा ने कहा, ‘आप एक बार फिर से चर्चा में आ सकते हैं. एक विकेटकीपर बल्लेबाज जो ओपनिंग कर सकता है या टॉप क्रम में बल्लेबाजी कर सकता है, वह बेहतर है. गौतम (गंभीर) वैसे भी कह रहे हैं कि वे सभी एक ट्रेन में बोगी हैं. सभी को एक ही डेस्टिनेशन पर जाना है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बोगी आगे है या पीछे. इसका मूल रूप से मतलब है कि भारतीय क्रिकेट में बल्लेबाजी क्रम अब मौजूद नहीं है.’