आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की प्रमुख चीनी मील का पेराई सत्र 2024-25 आगामी 29 नवंबर को प्रारंभ होने जा रहा है. इस सत्र का शुभारंभ आजमगढ़ के जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल द्वारा किया जाएगा. चीनी मील के प्रबंधक डॉ नीरज कुमार ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में किसानों का पूरा भुगतान 100% कर दिया गया है. यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को उनके परिश्रम का समय पर फल मिले.चीनी मील प्रबंधक ने किसानों से अपील की है कि वे चीनी मील में ताजा और खरपतवार रहित गन्ना सप्लाई करें. इससे मील को बेहतर रिकवरी प्राप्त करने में मदद मिलेगी और किसानों को भी समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा. किसानों के सहयोग से गन्ने की गुणवत्ता में सुधार लाने पर जोर दिया गया है ताकि चीनी उत्पादन में वृद्धि हो सके.एआई मॉनिटरिंग सिस्टम से रखी जाएगी निगरानी इस वर्ष किसानों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए चीनी मील ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. मील प्रबंधक ने बताया कि गन्ना धुलाई कर रहे ट्रकों में जीपीएस (GPS) और मेन गेट पर एआई (AI) आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम की व्यवस्था की जा रही है. यह नई तकनीक किसी भी प्रकार की अनियमितता और भ्रष्टाचार को रोकने में सहायक होगी. इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि गन्ना तौल प्रक्रिया में कोई त्रुटि न हो और पूरी प्रक्रिया अधिक कुशल और पारदर्शी बने.इस पेराई सत्र के लिए चीनी मिल ने 45 लाख कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया है. यह लक्ष्य मील और किसानों के समन्वय से प्राप्त किया जाएगा. मील प्रशासन का मानना है कि उन्नत तकनीकों और किसानों के सक्रिय सहयोग से इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है. चीनी मील द्वारा किसानों के लिए उठाए गए यह कदम और नवीन तकनीकें पेराई सत्र 2024-25 को सुचारु और सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी.FIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 23:43 IST