शाहजहांपुर: गन्ना किसानों की सबसे पसंदीदा किस्म को. 0238 पर प्रतिबंध लगने के बाद किसानों के चेहरे पर एक बार फिर से खुशी की झलक देखने को मिल सकती है. क्योंकि शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी किस्म विकसित की है जो लाल सड़न रोग प्रतिरोधी है. खास बात यह है कि इस किस्म से चीनी मिल को अच्छा चीनी परता और किसानों को बंपर उत्पादन मिलेगा. हाल ही में यह विकसित की गई किस्म का बीज उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान द्वारा किसानों को मुहैया कराया जा रहा है.उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव कुमार पाठक ने बताया कि गन्ने की नई किस्म को.शा. 18231 जिसे हाल ही में शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है. यह किस्म किसानों की पसंदीदा किस्म को.0238 की तरह ही बंपर उत्पादन और चीनी मिलों को अच्छा चीनी परता देने वाली किस्म है. इस किस्म के बीज उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर द्वारा हाल ही में किसानों को वितरित भी किया गया था. किसान इसकी बुवाई कर रहे हैं.920 क्विंटल तक होगा उत्पादनगन्ने की नई किस्म को.शा. 18231 जो एक हेक्टेयर गन्ने की फसल से 900 से 920 क्विंटल तक उत्पादन देने की क्षमता रखती है. यह किस्म चीनी मिलों के लिहाज से भी काफी अच्छी है. इससे 13.42 प्रतिशत चीनी परता रिकवर किया गया है. यह ये किस्म लाल सड़न रोग प्रतिरोधी है. इसका गन्ना मोटा, जमाव बेहतर और ज्यादा कल्ले करने की क्षमता रखती है. इस किस्म से किसानों को पेड़ी की फसल भी अच्छी मिलेगी. को.शा. 18231 गन्ने की किस्म अगेती बुवाई के लिए बेहद ही अच्छी है.कैसे करें गन्ने की पहचान?किसानों के लिए गन्ने की इस नई किस्म की पहचान करना बेहद आसान है. इसके गन्ने का रंग सफेद और पोरियों पर काले धब्बे दिखाई देते हैं. गन्ने की आंख त्रिभुजाकार होती है. आंख के ऊपर पोरी पर नाली जैसा आकार बना रहता है. इसका गन्ना मोटा होता है.FIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 18:08 IST