नई दिल्ली: विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदाम्बी श्रीकांत ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बावजूद गुरुवार को यहां जर्मन ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. लेकिन महिला एकल में ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल को हार का सामना करना पड़ा.
श्रीकांत का कमाल
विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और यहां आठवीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने एक घंटे सात मिनट तक चले पुरुष एकल के दूसरे दौर के मैच में चीन के लू गुआंग झू पर 21-16, 21-23, 21-18 से जीत दर्ज की. उनका अगला मुकाबला डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन और शीर्ष वरीयता प्राप्त विक्टर एक्सेलसन से होगा, जिन्होंने एक अन्य मैच में फ्रांस के तोमा जूनियर पोपोव को 21-17, 21-10 से हराया. विश्व चैंपियनशिप 2019 की विजेता और यहां सातवीं वरीयता प्राप्त सिंधू दूसरे दौर में 55 मिनट तक चले मैच में चीन की कम रैंकिंग की खिलाड़ी झांग यी मैन से 14-21, 21-15, 14-21 से हार गई.
साइना फिर फ्लॉप
फिटनेस से जुड़े मुद्दों से जूझ रही साइना को थाईलैंड की आठवीं वरीयता प्राप्त रतचानोक इंतानोन के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा. श्रीकांत ने दुनिया में 27वें नंबर के गुआंग झू के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया. भारतीय खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत करके 8-3 की बढ़त बनाई, लेकिन लू ने अच्छी वापसी की. ब्रेक तक श्रीकांत 11-10 से आगे थे. इसके बाद एक समय स्कोर 14-14 था. श्रीकांत ने इसके बाद लगातार चार अंक बनाए और फिर पहला गेम अपने नाम किया.
श्रीकांत ने नहीं मानी हार
श्रीकांत दूसरे गेम में शुरू में पिछड़ने के बाद 15-11 की बढ़त बनाने में सफल रहे, लेकिन लू ने हार नहीं मानी और एक मैच प्वाइंट बचाकर मुकाबले को बराबरी पर ला दिया. तीसरे और निर्णायक गेम में श्रीकांत 10-5 से आगे थे. हालांकि लू ने एक समय स्कोर 15-14 कर दिया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने जल्द ही लय पकड़ी और अपने इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना करियर रिकार्ड 3-0 कर दिया. इससे पहले सिंधु के लिए यूरोपीय चरण की शुरुआत निराशाजनक रही. वह अगले सप्ताह से शुरू होने वाली ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में खिताब के दावेदारों में शामिल है. भारतीय खिलाड़ी शुरू में लय हासिल नहीं कर पायी तथा झांग ने पहले 5-5 से बराबरी की और फिर लगातार छह अंक बनाकर 11-5 से बढ़त बना दी. उन्होंने इसके बाद अच्छा खेल जारी रखा और पहला गेम आसानी से अपने नाम किया.
सिंधु ने दूसरे गेम में वापसी की. वह ब्रेक के समय 11-10 से आगे थी और इसके बाद उन्होंने यह गेम जीतकर मुकाबले को बराबरी पर ला दिया. लेकिन चीनी खिलाड़ी ने निर्णायक गेम में फिर से लय हासिल की और ब्रेक तक 11-8 से बढ़त बनाने के बाद आगे भी भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया.