नई दिल्ली: क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई प्लेयर्स हुए हैं जिन्होंने कई अलग-अलग रिकॉर्ड्स बना कर पूरी दुनिया में अपने नाम का डंका बजाया हैं. लेकिन क्रिकेट के कई खिलाड़ियों का नाता क्राइम से भी रहा है. जो अलग-अलग क्राइम की वजह से जेल गए. लेकिन क्या आपने उस खिलाड़ी के बारे में कभी पड़ा है जिसे हत्या के जुर्म में पकड़ा गया था, इतना ही नहीं इस खिलाड़ी को हत्या के जुर्म में फांसी की सजा भी सुनाई गई थी. आपको पड़ने में यह जरूर थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है.
इस खिलाड़ी को हुई थी फांसी की सजा
वेस्ट इंडीज के खिलाड़ी क्रिकेट इतिहास में घातक गेंदबाजी के लिए जाने जाते है. लेकिन वेस्ट इंडीज का एक ऐसा खिलाड़ी भी है जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया था. इस क्रिकेटर का नाम लेस्ली हिल्टन था. लेस्ली हिल्टन मूल रूप से जमैका के रहने वाले थे. लेस्ली हिल्टन दुनिया के एक मात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी पर चढ़ाया गया था. साल 1955 में हिल्टन को वाइफ की हत्या के आरोप में फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था. उन्हें 1955 को जमैका में सूली पर चढ़ाया गया था. लेस्ली हिल्टन 29 मार्च 1905 को जमैका के किंग्सटन शहर में जन्मे लेस्ली ने दांए हाथ के तेज गेंदबाज थे.
पत्नी ने की थी बेवफाई
लेस्ली हिल्टन ने लर्लिन रोज के साथ साल 1942 में शादी की थी. शादी के 12 साल बाद यानी 1954 में इस कपल के बीच रिश्तों में दरार आ गई. दरअसल हिल्टन की वाइफ का ड्रेस मेकिंग का बिजनेस था, जिसके सिलसिले में वे बार-बार न्यूयॉर्क जाती थी और कई हफ्तों वहीं रहती थी. अप्रैल 1954 में एक दिन हिल्टन को एक गुमनाम चिट्ठी मिली, जिसमें उनकी वाइफ और ब्रूकलीन एवेन्यू में रहने वाले रॉय फ्रांसिस के अवैध संबंधों के बारे में लिखा हुआ था. हिल्टन अपनी वाइफ के करतूत से इतने गुस्से में आ गए कि अपना आपा खो बैठे, उन्होंने पास खिड़की के निकट पड़ी बंदूक को पकड़ा और गोली चला दी. बता दें कि मौके के समय लर्लिन रोज के शरीर में एक नहीं बल्कि 7 गोलियां पाई गई थी.
वेस्टइंडीज के लिए खेले 6 टेस्ट
लेस्ली हिल्टन ने वेस्टइंडीज के लिए 1935 से 1939 के बीच छह टेस्ट मैच खेले थे. साल 1935 में इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिजटाउन में टेस्ट डेब्यू किया था. हिल्टन ने करियर में 6 टेस्ट और 40 प्रथमश्रेणी मैच खेले. इस दौरान 6 टेस्ट की 12 पारियों में 26.12 के औसत और 2.59 की इकोनॉमी के साथ उन्होंने 16 विकेट लिए. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 27 रन देकर 4 विकेट रहा. उन्होंने ये प्रदर्शन इंग्लैंड के खिलाफ जॉर्ज टाउन में किया. वहीं प्रथम श्रेणी करियर में उन्होंने 40 मैच में 25.62 की औसत से 120 विकेट हासिल किए और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 24 रन देकर 5 विकेट रहा.