नई दिल्ली: भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने पिछले कुछ सालों में अपना एक अलग ही मुकाम बनाया है. उन्होंने भारत के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेली है. उनके पास वह कला है कि वह किसी भी विकेट पर रन बना सकें. पंत के टेस्ट टीम में जगह पक्की करते ही भारत के एक विकेटकीपर के लिए टीम के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. आइए जानते हैं, इस खिलाड़ी के बारे में.
पंत ने इस खिलाड़ी का किया टीम में आना मुश्किल
ऋषभ पंत फिलहाल भारत के लिए नबंर एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. उनकी वजह से दिनेश कार्तिक का टीम इंडिया में आना मुश्किल हो गया है. दिनेश कार्तिक पिछले दो सालों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. टेस्ट मैच में टीम सेलेक्टर्स उनकी जगह पंत को खिला रहे हैं. वहीं, वनडे टीम में टीम मैनेजमेंट ईशान किशन को मौका दे रही है. दिनेश कार्तिक को जितने भी मौके मिले. उन्होंने उसे दोनों ही हाथों से गंवाया. ऐसे में उनकी टीम इंडिया (Team India) में वापसी नामुमकिन नजर आ रही है.
उम्र बनी बड़ी समस्या
दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) कभी भी टीम इंडिया (Team India) के लिए कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए, यहां तक कि टी20 क्रिकेट में उनके नाम पर एक भी हाफ सेंचुरी तक नहीं है. अब वह 36 साल के हो चुके हैं, ऐसी उम्र में आकर कई क्रिकेटर्स रिटायरमेंट ले लेते हैं. उनकी उम्र का असर उनके फॉर्म पर भी दिख रहा है. कार्तिक की विकेटकीपिंग स्किल (Wicketkeeping) भी उनकी लाजबाव नहीं रही है, मैदान पर वह अब फुर्ती नहीं दिखा पाते हैं. ऐसे में टीम इंडिया में उनकी वापसी के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं.
पंत ने अपनी बैटिंग से बनाया सभी को दीवाना
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने पिछले कुछ सालों में अपने बल्ले के दम पर टीम इंडिया में अपना एक अलग ही मुकाम बनाया है. उनके बल्ले की गूंज सारी दुनिया ने सुनी है. वह भारत के लिए फिलहाल तीनों ही फॉर्मेट में नंबर एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. उन्होंने भारत के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेलीं हैं. उनके एक हाथ से लगाए छक्के को दर्शक बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं. पंत ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को दीवाना बना लिया है. ऐसे में जब तक पंत (Rishabh Pant) टीम इंडिया में शामिल हैं, तब तक दिनेश कार्तिक के लिए भारतीय टीम के दरवाजे के बंद हैं.
भारत के लिए खेले तीनों ही फॉर्मेट
दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने भारत के लिए तीनों ही फॉर्मेट में क्रिकेट खेली. न्होंने टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू 2004 में कियाा था, लेकिन वह कभी भी टीम इंडिया (Team India) में अपनी स्थाई जगह नहीं बना पाए. उन्होंने भारत के लिए 26 टेस्ट मैच, 94 वनडे मैच और 32 टी20 खेले हैं. तीनों ही फॉर्मेट में मिलाकर उन्होंने तीन हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. आईपीएल (IPL) में भी वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए. उन्होंने केकेआर (KKR) की कप्तानी बीच में ही छोड़ दी थी, ताकि वह अपनी बल्लेबाजी पर फोकस कर सकें, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा.